आईएनएस विक्रांत को भारतीय बेड़े में शामिल किया गया। अब इसके बाद एक और युद्धपोत ऐसा है जो भारतीय बेड़े में शामिल होकर नौसेना का गौरव बढ़ाने आ गया। आत्मनिर्भर भारत की मुहिम के तहत मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स ने 11 सितंबर को भारतीय नौसेना के नीलगिरी क्लास के तीसरे बिग्रेड तरागिरी को मुंबई में लॉन्च किया। आईएस नीलगिरी का निर्माण कार्य 10 सितंबर 2020 को शुरू हुआ था। इंटीग्रेटेड कंस्ट्रक्शन इसको अलग-अलग जगहों पर निर्माण हुआ। फिर उस से लाकर एक साथ इंटीग्रेट यानी जोड़ दिया गया। यह युद्धपोत 2025 तक नेवी को मिल जाएगा। हालांकि से कई चुनौतियों से गुजरना है। इस युद्धपोत की लंबाई 149 मीटर और चौड़ाई 58.5 फीट है। तारागिरी की स्पीड 59 किलोमीटर प्रति घंटे की बताई जा रही है। युद्धपोत पर बराक और ब्रह्मोस जैसी मिसाइलें तैनात होंगी। समुद्र में से ताकत देने के लिए 4 इंजन लगाए गए हैं। जिनमें गैस टरबाइन और दो डीजल इंजन है। आईएनएस तारागिरी पर ध्रुव हेलीकॉप्टर तैनात किए जा सकते हैं। रिपोर्ट में 35 ऑफिसर्स को मिलाकर 150 लोगों की तैनाती की जा सकती है। इसके अलावा यह विमान रडार और ऑप्टिकल सिस्टम से लैस होगा।
भारतीय नौसेना के बेड़े में शामिल हुआ एक और युद्धपोत
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