नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति, भिलाई-दुर्ग की 55वीं छमाही समीक्षा ‘ई’ बैठक दिनांक 22 अगस्त, 2022 को सहायक निदेशक (कार्यान्वयन) एवं कार्यालयाध्यक्ष, भारत सरकार, गृह मंत्रालय, राजभाषा विभाग, क्षेत्रीय कार्यान्वयन कार्यालय (मध्य), भोपाल श्री हरीश सिंह चौहान के मुख्य आतिथ्य एवं भिलाई इस्पात संयंत्र के निदेशक प्रभारी एवं अध्यक्ष, नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति, भिलाई-दुर्ग श्री अनिर्बान दासगुप्ता, की अध्यक्षता में संपन्न हुई।
मुख्य अतिथि, अध्यक्ष एवं सभी सदस्यों के स्वागत के उपरांत 54वीं छमाही ‘ई’ बैठक का अनुपालन प्रतिवेदन एवं आगामी छमाही की कार्यसूची का वाचन किया गया। इस बैठक में सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम, केन्द्रीय सरकार के संस्थान, बैंक व बीमा आदि कुल 48 संस्थानों के प्रमुखगण ऑनलाइन माध्यम से जुड़े। बैठक में सभी सदस्य संस्थानों में राजभाषा हिंदी में हो रहे कामकाज की समीक्षा की गई।
बैठक को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि, श्री हरीश सिंह चौहान ने कहा कि, हमें राजभाषा कार्यान्वयन समिति व भारत सरकार, गृह मंत्रालय, राजभाषा विभाग, के दिशा निर्देशों का सदैव अत्यंत निष्ठापूर्वक पालन करना चाहिए, सरकार द्वारा इस दिशा में अनेक गंभीर प्रयास किए जा रहे हैं। दिल्ली से बाहर सूरत, गुजरात में पहली बार हिंदी दिवस एवं द्वितीय अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन का आयोजन इसी क्रम में किया जा रहा है। जिसमें विभिन्न केन्द्रीय मंत्री, राज्य मंत्री सहित गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों तथा देश भर के हिंदी से जुड़े विद्वान एवं हिंदी दिवस के अवसर पर पुरस्कृत संगठनों के उच्चाधिकारी उपस्थित रहेंगे।
उन्होंने बताया कि, केन्द्रीय हिंदी समिति, राजभाषा हिंदी की राष्ट्रीय स्तर पर सर्वोच्च समिति है, जिसके अध्यक्ष माननीय प्रधानमंत्री हैं, उपाध्यक्ष माननीय केन्द्रीय गृह मंत्री एवं 6 राज्यों के मुख्यमंत्री व केन्द्रीय मंत्रीगण सदस्य हैं। संसदीय समिति के द्वारा संस्थानों के निरीक्षण के विषय में भी उन्होंने विस्तारपूर्वक बताया तथा भारत सरकार, गृह मंत्रालय, राजभाषा विभाग द्वारा आगामी फरवरी 2023 में रायपुर में राष्ट्रीय स्तर के राजभाषा वार्षिक पुरस्कार समारोह के आयोजन की जानकारी दी।
इस अवसर पर अपने उद्बोधन में निदेशक प्रभारी, भिलाई इस्पात संयंत्र एवं अध्यक्ष, नराकास, भिलाई-दुर्ग श्री अनिर्बान दासगुप्ता ने कहा कि भारत सरकार, राजभाषा विभाग द्वारा ‘क’ क्षेत्र के कार्यालयों को शत-प्रतिशत कामकाज हिंदी में करने के लिए निर्देशित किया गया है। हमें इसके शत-प्रतिशत अनुपालन की दिशा में यथेष्ट प्रयास करना है। अंग्रेजी भाषा व अन्य भाषाओं के आमजन में प्रचलित शब्दों का भी देवनागरी लिपि में प्रयोग किया जाए तो हम हिंदी को केवल संवाद की भाषा तक ही सीमित न रखते हुए कार्यालयीन प्रयोग की भाषा का सम्मान दिलाने में अवश्य ही सफल होंगे।
हिंदी के प्रयोग को प्रोत्साहन की दिशा में समय-समय पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम व प्रतियोगिताओं के माध्यम से हमने लगातार प्रयास किया है कि, नराकास संस्थानों में राजभाषा गतिविधियाँ लगातार जारी रहें। आगामी सितंबर माह में कृपया आप सभी अपने-अपने संस्थानों में हिंदी दिवस एवं राजभाषा माह/पखवाड़ा/सप्ताह का आयोजन अवश्य करें और उसके माध्यम से हिंदी में कामकाज हेतु लोगों को अधिकाधिक प्रोत्साहित करें। सभी संस्थान प्रमुख अपने-अपने कार्यालय में हिंदी में अधिक से अधिक कार्य करने हेतु सकारात्मक वातावरण बनाएँ।