सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के मानव संसाधन विकास विभाग द्वारा भारतीय रेलवे के युवा इंजीनियरों को रेल निर्माण प्रक्रिया से अवगत कराने तथा इसके गुणात्मक पहलू से रूबरू कराने हेतु आज दिनांक 10 अगस्त, 2022 को एक मानव संसाधन विकास विभाग के सभागार में कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस समारोह में कार्यपालक निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन) श्री एम एम गद्रे मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। इसके अतिरिक्त कार्यक्रम में मुख्य महाप्रबंधक (यूआरएम) श्री अनीश सेनगुप्ता, मुख्य महाप्रबंधक (रेल एवं स्ट्रक्चरल मिल) श्री टी दस्तीदार, मुख्य महाप्रबंधक (एचआरडी एवं बीई) श्री संजय धर विशेष रूप से मंचस्थ रहे।
कार्यक्रम के प्रारंभ में मुख्य महाप्रबंधक (एचआरडी एवं बीई) श्री संजय धर ने स्वागत उद्बोधन प्रस्तुत करते हुए आज के कार्यक्रम के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए उपस्थित अतिथियों तथा रेलवे के युवा इंजीनियर्स का स्वागत किया।
कार्यक्रम में उपस्थित कार्यपालक निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन) श्री एम एम गद्रे ने रेलवे के युवा इंजीनियरों को संबोधित करते हुए कहा कि भिलाई इस्पात संयंत्र तथा भारतीय रेलवे का कई दशकों का प्रगाढ़ संबंध है। सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र ने भारतीय रेलवे की समय-समय पर की गई विभिन्न मांगों व जरूरतों को बड़ी सिद्धता से पूर्ण किया है। बीएसपी 13 मीटर रेलपांत के उत्पादन से प्रारंभ कर, आज विश्व की सबसे लंबी 260 मीटर रेलपांतों का उत्पादन कर रहा है। रेलवे की हर गुणात्मक जरूरतों से लेकर मात्रात्मक आवश्कताओं को बीएसपी ने विशेष रूप से पूर्ण किया है। रेलवे हमारे सर्वाधिक सम्मानित ग्राहकों में से एक है।
इस समारोह को भारतीय रेल सिविल इंजीनियरिंग संस्थान (आईआरआईसीईएन), पूणे के प्रोफेसर श्री आर के कठल सहित मुख्य महाप्रबंधक (यूआरएम) श्री अनीश सेनगुप्ता, मुख्य महाप्रबंधक (रेल एवं स्ट्रक्चरल मिल) श्री टी दस्तीदार, मुख्य महाप्रबंधक (एचआरडी एवं बीई) श्री संजय धर ने भी संबोधित किया।
कार्यक्रम में उपमहाप्रबंधक (बीई) श्री प्रकाश साहू द्वारा भिलाई इस्पात संयंत्र की विविध जानकारी साझा करते हुए प्रस्तुतिकरण दिया। महाप्रबंधक (सुरक्षा) श्री एस के अग्रवाल ने संयंत्र भ्रमण के दौरान अपनाये जाने वाले सुरक्षा उपायों जानकारी प्रस्तुत की। इन युवा इंजीनियरों ने ब्लास्ट फर्नेस, एसएमएस-3 के साथ-साथ यूनिवर्सल रेल मिल तथा रेल एवं स्ट्रक्चरल मिल में रेल निर्माण की प्रक्रिया को नजदीक से देखा। कार्यक्रम के अंत में महाप्रबंधक (एचआरडी) श्री अमूल्य प्रियदर्शी ने आभार प्रदर्शन किया तथा सम्पूर्ण कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ प्रबंधक (एचआरडी) श्री सुभाष पटेल एवं कार्यक्रम का समन्वय श्री एस के मराठे ने सम्पन्न किया।