सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र, सरकार की डिजिटल पहल के अनुरूप सुरक्षा में सुधार और डिजिटलीकरण बढ़ाने के लिए विभिन्न पहल कर रहा है। संयंत्र ने वाणिज्यिक वाहनों के लिए वाहन ट्रैकिंग सिस्टम और बिक्री सामग्री के परिवहन हेतु वाहनों के लिए एरिया पास सिस्टम के क्षेत्रों में दो महत्वपूर्ण परियोजनाओं को लागू किया है।
विदित हो कि इन परियोजनाओं का उद्घाटन 5 जुलाई 2022 को भिलाई इस्पात संयंत्र के निदेशक प्रभारी श्री अनिर्बान दासगुप्ता द्वारा कार्यपालक निदेशकों, मुख्य महाप्रबंधकों, कमांडेंट सीआईएसएफ और संबंधित विभागों तथा सीआईएसएफ के अन्य अधिकारियों की उपस्थिति में किया गया था। मुख्य महाप्रबंधक (सी एंड आईटी) श्री पी के झा ने इन परियोजनाओं से संयंत्र की सुरक्षा और निगरानी के संबंध में होने वाले लाभों पर प्रकाश डालते हुए इन परियोजनाओं का संक्षिप्त विवरण दिया। इन परियोजनाओं पर एक प्रस्तुतिकरण महाप्रबंधक द्वय (सी एंड आईटी) श्री समीर गुप्ता और श्री जेपीएस चौहान द्वारा दिया गया था।
वाहन ट्रैकिंग प्रणाली जीपीएस तकनीक पर आधारित है और सरकार द्वारा अनिवार्य फास्टटैग आरएफआईडी का उपयोग करती है। दैनिक आधार पर गेट से प्रवेश करने और बाहर निकलने वाले वाणिज्यिक वाहनों में बैटरी से चलने वाले जीपीएस उपकरण होने चाहिए जिन्हें प्रवेश के दौरान स्थापित किया जाएगा और बाद में गेट पर निकास के दौरान हटा दिया जाएगा। ये उपकरण टैम्परप्रूफ हैं और संयंत्र के अंदर वाहन के मार्ग और गति की निगरानी करेंगे। प्रबंधन द्वारा 1 अगस्त, 2022 से फास्टटैग को अनिवार्य कर दिया गया है, जिसके बिना किसी भी वाणिज्यिक वाहन को संयंत्र के अंदर जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। ट्रांसपोर्टर/विक्रेता/ग्राहकों द्वारा ओवरस्पीडिंग और डिवाइस से छेड़छाड़ करने पर जुर्माना अनिवार्य किया गया है। इसके अलावा, सभी वाणिज्यिक वाहन जो संयंत्र के अंदर हैं, उनमें गति और आवाजाही की निगरानी हेतु जीपीएस डिवाइस भी लगे होने चाहिए।
बिक्री वाहनों के लिए ऑन-लाइन एरिया पास अनुमति प्रणाली लागू
भिलाई इस्पात संयंत्र से बिक्री की सामग्री परिवहन हेतु उपयोग में आने वाले वाहन रखने की अनुमति के लिए अब ट्रांसपोर्टरों को संबंधित शाॅप्स पर जाने की आवश्यकता नहीं है। अब ऑनलाइन एरिया पास अनुमति की सुविधा लागू की जा रही है, जिसमें ग्राहक के प्रतिनिधि द्वारा www.sail-bhilaisteel.com पर ऑनलाइन अनुरोध किया जा सकेगा। इस पेज को मोबाइल फोन के जरिए भी एक्सेस किया जा सकता है। इसे सैप प्रणाली में नामित अधिकारियों द्वारा अनुमोदित किया जाएगा और अनुरोधकर्ता को एक एसएमएस भेजा जाएगा। सीआईएसएफ को एसएमएस दिखाने पर, सीआईएसएफ द्वारा रूट-कार्ड जेनरेट किया जाएगा जो संयंत्र के अंदर प्रवेश करने वाले सभी बिक्री वाहनों के लिए मुख्य दस्तावेज होगा। इस प्रणाली से सड़क प्रेषण के लिए बेहतर योजना और नियंत्रण प्रमुख लाभ हैं। एक दिन के लिए अपेक्षित वाहनों की पूर्व सूचना शिपर्स के पास उपलब्ध होगी। संयंत्र के गेटों पर वाहनों के टर्न अराउंड समय में भी काफी सुधार होगा।
मेसर्स ब्लैकबॉक्स टेक्नोलॉजीस्, व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम के कार्यान्वयन में भागीदार है। एरिया पास सिस्टम को सी एंड आईटी विभाग द्वारा इन-हाउस विकसित किया गया है। सभी परियोजनाओं में सूचना और डेटा सुरक्षा के लिए पर्याप्त सावधानियां सुनिश्चित की गई हैं। महाप्रबंधक (सी एंड आईटी) श्री समीर गुप्ता के नेतृत्व में इस प्रणाली को कार्यान्वित करने में सी एंड आईटी विभाग के लॉजिस्टिक टीम के सदस्य महाप्रबंधक, श्री जेपीएस चौहान, श्री दीपमाला, श्री रितेश अवधिया, श्री रामित चौधरी और श्री डी एम राव शामिल थे।