नई दिल्ली- इराक के कुर्दिस्तान क्षेत्र में स्थित सुलेमानिया प्रांत के गवर्नर डॉ. हवल अबूबकर ने इराक की उन्नति में भारतीयों की भूमिका को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा है कि सुलेमानिया में भी एक हिन्दुस्तान बसता है। 25,000 से ज्यादा भारतीय कुर्दिस्तान में रहते हैं, जिनके योगदान से आज हमारा देश तरक्की की नई इबारत लिख रहा है। डॉ. अबूबकर मंगलवार को भारतीय जन संचार संस्थान में विद्यार्थियों को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर आईआईएमसी के डीन (छात्र कल्याण) प्रो. प्रमोद कुमार, प्रो. अनुभूति यादव, प्रो. सुनेत्रा सेन नारायण, प्रो. शाश्वती गोस्वामी, डॉ. रिंकू पेगू, डॉ. राकेश उपाध्याय, डॉ. मीता उज्जैन, डॉ. पवन कौंडल एवं डॉ. रचना शर्मा भी उपस्थित थीं।
डॉ. हवल अबूबकर ने कहा कि हाल ही में सुलेमानिया में महात्मा गांधी की प्रतिमा स्थापित की गई है, जो हम सभी को सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करती है। उन्होंने कहा कि ‘कुर्दिस्तान’ और ‘हिन्दुस्तान’ दोनों शब्द एक दूसरे से मिलते-जुलते हैं। भारत और भारतीयों में मानवता दिखाई देती है। डॉ. अबूबकर ने कहा कि भारत की संस्कृति बेहद विशाल है। सुलेमानिया में भी भारत की सांस्कृतिक विरासत के प्रमाण मिले हैं।
पत्रकारिता के विद्यार्थियों से बातचीत करते हुए सुलेमानिया के गवर्नर ने कहा कि आईआईएमसी ने पूरे विश्व को अच्छे संचारकर्मी दिए हैं। लोगों तक सही सूचनाएं पहुंचाकर आप सभी मानवता को ऑक्सीजन प्रदान करते हैं। डॉ. अबूबकर के अनुसार पूरी दुनिया आतंकवाद, भ्रष्टाचार, प्रदूषण, युद्ध, हथियार और कोरोना जैसी महामारी से परेशान है। ऐसे दौर में पत्रकार ही विश्व को सही रास्ता दिखा सकते हैं।
इस अवसर पर डॉ. हवल अबूबकर ने भारतीय जन संचार संस्थान का दौरा किया एवं संकाय सदस्यों से पत्रकारिता एवं जनसंचार से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। डॉ. अबूबकर ने आईआईएमसी द्वारा संचालित ‘अपना रेडियो 96.9 एफएम’ को विशेष साक्षात्कार भी दिया। सुलेमानिया के गवर्नर ने आईआईएमसी स्थित पं. युगल किशोर शुक्ल ग्रंथालय एवं ज्ञान संसाधन केंद्र का दौरा भी किया। इस दौरान पुस्तकालय प्रभारी डॉ. प्रतिभा शर्मा ने भारतीय जन संचार संस्थान द्वारा प्रकाशित पत्रिकाएं डॉ. अबूबकर को भेंट की।