नयी दिल्ली। सिंघु बॉर्डर पर किसान आंदोलनकारियों के मंच के पास शुक्रवार को एक व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई है। उस व्यक्ति का हाथ भी काट दिया गया। इस मामले में शनिवार को एक और व्यक्ति की गिरफ्तारी हुई।अमृतसर ग्रामीण पुलिस ने मामले के दूसरे आरोपी नारायण सिंह को पंजाब के अमरकोट गांव राख देवीदास पुरा से गिरफ़्तार किया।
इस मामले में शुक्रवार को एक निहंग ने हरियाणा पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था। जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर कोर्ट के समक्ष पेश किया। गिरफ्तार किए गए निहंग का नाम सरबजीत सिंह बताया जा रहा है। जिसे शनिवार को कोर्ट ने सात दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया।
लखबीर सिंह के परिवार ने इस मामले को लेकर उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। परिवार ने दावा किया कि लखबीर सिंह ईश्वर से डरने वाले व्यक्ति थे जो कभी भी पवित्र ग्रंथ की बेअदबी करने के बारे में भी नहीं सोच सकते थे। लखबीर की पत्नी जसप्रीत कौर और 12, 11 तथा 8 साल की 3 बेटियां अमृतसर से करीब 50 किलोमीटर दूर गांव सीमा कला में एक छोटे से कच्चे मकान में रहती हैं। उनके बेटे कि 2 साल पहले ही मौत हो गई है। लखबीर का परिवार बेहद ही गरीब है। बताया जा रहा कि जब लखबीर जीवित थे तब परिवार मुश्किल से दिन में दो वक्त के भोजन का प्रबंध कर पाता था और अपनी आजीविका के लिए गांव के खेतों में या तरनतारन जिले की अनाज मंडी में काम करता था। लखबीर की बहन राज कौर कहती हैं, अब उनके परिवार की देखभाल के लिए कौन आगे आएगा और उनके बच्चों के भविष्य का क्या होगा ?