नईदिल्ली (ए)। विश्व लीवर दिवस के अवसर पर शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सभी नागरिकों से संयमित खान-पान की आदतें अपनाने और स्वस्थ जीवनशैली को प्राथमिकता देने को कहा। छोटे लेकिन प्रभावी बदलावों के महत्व पर जोर देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि तेल का सेवन कम करने जैसे उपाय समग्र स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, इस #WorldLiverDay पर अपने खाने के तेल के सेवन को कम से कम 10% तक कम करने और एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाने का संकल्प लें। जब हम भोजन को दवा की तरह इस्तेमाल करते हैं तो छोटे-छोटे बदलाव बड़े नतीजे दे सकते हैं।

एक्स पोस्ट में उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के आह्वान के जवाब में, आइए मोटापे और हमारे समाज पर इसके बढ़ते प्रभाव के बारे में जागरूकता बढ़ाने का भी संकल्प लें।
वहीं, जेपी नड्डा द्वारा एक्स पर किए गए पोस्ट का जवाब देते हुए पीएम मोदी ने कहा, “#WorldLiverDay को संयमित खान-पान और स्वस्थ जीवन जीने के आह्वान के साथ मनाने का सराहनीय प्रयास। तेल का सेवन कम करने जैसे छोटे उपाय बहुत बड़ा बदलाव ला सकते हैं। आइए, हम सब मिलकर मोटापे के बारे में जागरूकता बढ़ाकर एक स्वस्थ और तंदुरुस्त भारत का निर्माण करें। #StopObesity”
दरअसल, प्रधानमंत्री मोदी ने फरवरी, 2025 में अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 119वें एपिसोड में लोगों में बढ़ते मोटापे पर चिंता जाहिर की थी, जो लोगों के स्वास्थ्य पर प्रभाव डाल रहा है। उन्होंने मोटापे को समस्या बताते हुए लोगों को इससे बचने का मंत्र भी दिया था।
इसके बाद इस महीने, 7 अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य दिवस पर प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर एक वीडियो संदेश साझा किया, जिसमें उन्होंने भारत में बढ़ते मोटापे के संकट पर चिंता जताते हुए सदियों पुरानी कहावत पर जोर दिया कि “आरोग्य ही परम भाग्य और परम धन है”। उन्होंने कहा बेहतर स्वास्थ्य बेहतर विश्व का मार्ग बनाता है।
उन्होंने कहा “आप सभी जानते हैं कि आज हमारी जीवनशैली हमारे आरोग्य के लिए एक बड़ा खतरा बन रही है। अभी हाल ही में मोटापे की समस्या पर एक रिपोर्ट आई है। ये रिपोर्ट कहती है कि 2050 तक 44 करोड़ से ज्यादा भारतीय मोटापे से ग्रस्त हो जाएंगे। यह आंकड़ा डराने वाला है। यह कितना बड़ा संकट हो सकता है?”
अपने संदेश में, पीएम मोदी ने दोहराया कि हमें अभी से ऐसी स्थिति को टालने का प्रयास करना ही होगा। स्वस्थ खाने की आदतें अपनाना, जैसे कि तेल का उपयोग कम करना, सिर्फ एक व्यक्तिगत निर्णय नहीं है, बल्कि एक सामाजिक जिम्मेदारी है।
एक बार फिर पीएम मोदी ने देशवासियों से मोटापे के बारे में जागरूकता बढ़ाकर एक स्वस्थ और तंदुरुस्त भारत का निर्माण करने का आग्रह किया हैं।