नई दिल्ली। घरेलू शेयर बाजार में पिछले सप्ताह गिरावट आने के बाद इस सप्ताह निवेशकों का रुख बहुत हद तक वैश्विक संकेतों और कोरोना के ग्राफ पर निर्भर करेगा। विश्लेषकों का कहना है कि इस सप्ताह घरेलू मोर्चे पर कोई प्रमुख वृहद आर्थिक आंकड़े नहीं आने हैं, इसलिए निवेशकों की निगाह वैश्विक बाजारों पर रहेगी। उन्होंने कहा कि मासिक डेरिवेटिव्स अनुबंधों के निपटान की वजह से बाजार में उतार-चढ़ाव रह सकता है। विशेषज्ञों ने कहा कि बाजार ज्यादातर समय तक एक दायरे में रहेगा। हमारा मानना है कि जून माह के डेरिवेटिव्स अनुबंधों के निपटान की वजह से बाजार में उतार-चढ़ाव रहेगा। बाजार भागीदारों की निगाह वैश्विक बाजारों पर रहेगी। उन्होंने कहा कि इसके अलावा मानसून की प्रगति तथा टीकाकरण अभियान से भी बाजार की दिशा तय होगी। आगे चलकर मानसून और टीकाकरण की रफ्तार से बाजार को दिशा मिलेगी। निकट भविष्य में निवेशकों की निगाह संक्रमण की दर, टीकाकरण की रफ्तार तथा मानसून की प्रगति पर रहेगी। उन्होंने कहा कि इसके अलावा निवेशकों की नजर ब्रेंट कच्चे तेल, रुपए के उतार-चढ़ाव और विदेशी कोषों के प्रवाह पर भी रहेगी। लघु अवधि में बाजार में एकीकरण का चरण जारी रहेगा।
वैश्विक संकेत और कोरोना की स्थिति तय करेगी बाजार की दिशा
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