Home देश-दुनिया टाटा समूह की नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी लाएगी आईपीओ, जानें पूरी जानकारी

टाटा समूह की नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी लाएगी आईपीओ, जानें पूरी जानकारी

by admin

नईदिल्ली(ए)। टाटा समूह की एक और कंपनी, टाटा कैपिटल (Tata Capital), अब शेयर बाजार में लिस्ट होने जा रही है। भारतीय पूंजी बाजार में अपनी उपस्थिति बढ़ाने के लिए कंपनी ने सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) के पास अपना ड्राफ्ट जमा कर दिया है। नवंबर 2023 में टाटा टेक्नोलॉजी की लिस्टिंग के बाद यह पहला मौका है, जब टाटा समूह से एक और आईपीओ का मामला सामने आया है। इस खबर से निवेशकों में उत्साह का माहौल है, और अब लोग यह जानने के लिए उत्सुक हैं कि इस आईपीओ से किस प्रकार के लाभ की उम्मीद की जा सकती है। टाटा कैपिटल का आईपीओ न केवल टाटा समूह के लिए एक बड़ा कदम है, बल्कि यह निवेशकों के लिए भी एक आकर्षक अवसर प्रदान करता है। इसमें निवेश करने वाले लोग आने वाले समय में अच्छा फायदा कमा सकते हैं, खासकर अगर कंपनी की आर्थिक स्थिति और बढ़ते हुए कारोबार को ध्यान में रखा जाए।

टाटा कैपिटल का आईपीओ कैसा होगा?

टाटा कैपिटल का आईपीओ करीब 15,000 करोड़ रुपये का होगा। इस आईपीओ के तहत नए शेयर जारी किए जाएंगे, और टाटा सन्स भी ऑफर फॉर सेल (OFS) के माध्यम से कंपनी में अपनी कुछ हिस्सेदारी बेचेगा। टाटा कैपिटल एक नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल सर्विसेज कंपनी (NBFC) है, जो वित्तीय सेवाओं के क्षेत्र में काम करती है। कई खबरें थीं कि टाटा समूह अपनी इस कंपनी का आईपीओ नहीं लाना चाहता था, लेकिन RBI के नियमों के कारण इस कदम को उठाना पड़ा।

क्यों जरूरी है यह आईपीओ?

रिजर्व बैंक के नए नियम के अनुसार, अपर लेयर NBFC को तीन साल के भीतर लिस्ट होना अनिवार्य है। चूंकि टाटा कैपिटल इस श्रेणी में आता है, इसे आईपीओ लाना जरूरी था। टाटा सन्स की टाटा कैपिटल में 92.83% हिस्सेदारी है, जो इसका बड़ा हिस्सा है। ऐसे में आईपीओ लाने के साथ टाटा समूह को अपनी हिस्सेदारी का एक हिस्सा बेचने का भी मौका मिलेगा। इस प्रकार, टाटा समूह का आईपीओ निवेशकों के लिए एक स्वर्णिम अवसर हो सकता है, और आने वाले समय में इस आईपीओ

कब आएगा आईपीओ?

टाटा कैपिटल का आईपीओ कब आएगा, यह SEBI से मंजूरी मिलने के बाद फाइनल होगा। हालांकि, RBI के नियमों के अनुसार, इस आईपीओ को सितंबर 2025 से पहले लाना होगा, क्योंकि सितंबर 2022 में जारी किए गए सर्कुलर में तीन साल की मियाद तय की गई थी। इस प्रकार, टाटा कैपिटल को इसी साल सितंबर से पहले अपना आईपीओ लाना होगा। इस समय सीमा को देखते हुए, इस साल सितंबर तक निवेशक टाटा कैपिटल के आईपीओ के लिए आवेदन कर सकते हैं।

टाटा कैपिटल की आर्थिक स्थिति

अब यदि हम टाटा कैपिटल की आर्थिक स्थिति पर नजर डालें, तो यह काफी मजबूत है। वित्त वर्ष 2024 में कंपनी ने 18,178 करोड़ रुपये का रेवेन्यू प्राप्त किया, जो पिछले वर्ष से 34% अधिक था। साथ ही, लोनबुक भी 40% बढ़कर 1 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंच गई। इस अवधि में कंपनी का मुनाफा 3,150 करोड़ रुपये रहा। वहीं, FY25 की पहली छमाही में मुनाफा 21% बढ़कर 1,825 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है।

टाटा समूह की कंपनियां और उनकी स्थिति

टाटा समूह की कई कंपनियां पहले से ही शेयर बाजार में लिस्टेड हैं। इनमें से कुछ प्रमुख कंपनियों के नाम हैं: टाटा मोटर्स, टाटा स्टील, टाटा केमिकल्स, टीसीएस, टाटा पावर, टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स, टाटा एल्क्सी, टाटा कम्युनिकेशन, वोल्टास, और नेल्को। इस समय टाटा समूह की कुल 16 कंपनियां शेयर बाजार में लिस्टेड हैं, और सभी का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा है।

कैसे होगा निवेशकों को फायदा?

आईपीओ के लिए शेयर बाजार में निवेश करने का एक आकर्षक तरीका माना जाता है, क्योंकि इससे निवेशकों को बंपर कमाई के मौके मिल सकते हैं। पिछले साल, शेयर बाजार में आईपीओ की गतिविधि काफी बढ़ी थी, और कई कंपनियों ने शानदार रिस्पॉन्स हासिल किया था। हालांकि, इस साल बाजार में कुछ सुस्ती रही है, फिर भी टाटा कैपिटल का आईपीओ उम्मीद है कि अच्छा रिस्पॉन्स प्राप्त करेगा, क्योंकि कंपनी की वित्तीय सेहत मजबूत है और इसके कारोबार में लगातार वृद्धि हो रही है। टाटा कैपिटल के आईपीओ के जरिए निवेशकों को एक अच्छा कमाई का मौका मिल सकता है, खासकर अगर कंपनी का आईपीओ अधिकतर निवेशकों द्वारा अपनाया जाता है। साथ ही, टाटा केमिकल जैसी कंपनियों का मजबूत बैकग्राउंड और उनकी वित्तीय स्थिति इस आईपीओ को और भी आकर्षक बना सकती है।

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