नई दिल्ली | गणतंत्र दिवस यानी 26 जनवरी के दिन किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हिंसा में आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दिल्ली पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी है। 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली के दौरान तय रूट को छोड़ कर सिंघु बॉर्डर से मुकरबा चौक पर हंगामा करने के बाद बाहरी रिंग रोड पर होते हुए बुराड़ी फ्लाईओवर के पास उपद्रव करने वाले 24 संदिग्ध आरोपियों के पुलिस ने वीडियो फुटेज से फोटो बनवाकर पहचान के लिए जारी किए हैं।
इसमें से तीन आरोपियों को पुलिस पहले ही उपद्रव के आरोप में गिरफ्तार भी कर चुकी है। वहीं जिन संदिग्धों के पुलिस ने फोटो जारी किए हैं, उनमें से जिनकी पहचान हो गई है, उनमें से कुछ के खिलाफ मामला भी दर्ज किया है। दिल्ली पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज से जो फोटो बनवाकर जारी किए हैं उसमें उपद्रवीर लाठी-डंडों से भी लैस नजर आ रहे हैं।
दिल्ली पुलिस ने उपद्रवियों की पहचान उजागर करने के लिए लोगों से भी अपील की थी। साथ ही कई टीमें गठित कर धर-पकड़ तेज कर दी है। फिर भी उपद्रवी गिरफ्त से बाहर हैं। वहीं, लाल किले पर हिंसा में आरोपी दीप सिद्धु समेत कई आरोपी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। इन तस्वीरों को जारी करने के बाद पुलिस को उम्मीद है कि जल्द ही आरोपी उनकी गरिफ्त में होंगे।
क्या हुआ था उस दिन
दरअसल, प्रदर्शनकारी किसानों ने ट्रैक्टर परेड के लिए निर्धारित रूट का पालन नहीं किया था और दूसरा रास्ता अपनाया था। 26 जनवरी को मुकरबा चौक से आउटर रिंग रोड होते हुए आईटीओ की तरफ जाने के दौरान किसान ट्रैक्टर रैली में शामिल लोगों ने बुराड़ी इलाके में रोके जाने पर सुरक्षा बलों के जवानों पर हमला कर दिया था। बुराड़ी में हुए उपद्रव में 30 पुलिसकर्मी व असिस्टेंट कमांडेंट सहित कई जवान घायल हुए थे। इस संबंध में बुराड़ी थाने में एफआईआर भी दर्ज की है।
इंटरनेट सेवाएं निलंबित रहीं
गृह मंत्रालय ने दिल्ली की सिंघु, गाजीपुर और टीकरी सीमाओं पर इंटरनेट सेवाओं को किसानों के चक्का जाम आह्वान के मद्देनजर शनिवार की रात 12 बजे तक निलंबित करने का आदेश दिया था। केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों को निरस्त किए जाने की मांग को लेकर किसान दिल्ली के सिंघु, गाजीपुर और टीकरी बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे हैं।