नई दिल्ली। बजट से पहले बुलाई गई सर्वदलीय बैठक के दौरान जब विभिन्न दलों के नेताओं ने किसान आंदोलन के साथ-साथ गणतंत्र दिवस के दिन लाल किले पर हुई हिंसा का मामला उठाया तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साफ शब्दों में कहा था कि कानून अपना काम करेगा। आपको बता दें कि हिंसा को लेकर कार्रवाई होने लगी है। दिल्ली पुलिस ने गणतंत्र दिवस के दिन किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान लाल किले में हुई हिंसा में सीआईएसएफ के एक जवान पर कथित रूप से हमला करके उसे घायल करने वाले एक प्रदर्शनकारी को सोमवार को गिरफ्तार किया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी है। इतना ही नहीं, सोशल मीडिया पर फेक न्यूज फैलाने वाले एक व्यक्ति को राजस्थान से गिरफ्तार किया गया है। दिल्ली पुलिस के अधिकारी ने कहा कि सीआईएसएफ जवान पर हमला के आरोपी की पहचान उत्तर प्रदेश के रामपुर निवासी आकाश प्रीत के रूप में हुई है। उन्होंने बताया कि उसे राष्ट्रीय राजधानी से गिरफ्तार किया गया। पुलिस के अनुसार, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) कर्मी लाल किले में तैनात थे और उन्होंने आरोपी को रोकने की कोशिश की, जो वहां प्रवेश करने वाली भीड़ में शामिल था। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि जब आरोपी को सुरक्षाकर्मी ने रोका तो उसने उस पर तलवार से हमला कर दिया। अधिकारी ने बताया कि घटना कैमरे में कैद हो गई।
किसान आंदोलन को लेकर फेक न्यूज फैलाने वाला भी गिरफ्तार
किसान आंदोलन के संबंध में सोशल मीडिया पर कथित रूप से फर्जी खबर फैलाने के आरोप में पुलिस ने राजस्थान के चुरु जिले से ओम प्रकाश धेतरवाल नामक एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने सोमवार को बताया कि आरोपी ने ‘किसान आंदोलन राजस्थान के नाम से फेसबुक पर एक अकाउंट बनाया और किसी राज्य के होम गार्ड का एक पुरानी वीडियो उसपर साझा करते हुए उसे केन्द्र के कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों के खिलाफ दिल्ली पुलिस की प्रतिक्रिया बताया। पुलिस उपायुक्त (साइबर सेल) अन्येष रॉय ने बताया कि आरोपी सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा धारक है। उन्होंने बताया कि अपराध में प्रयुक्त उपकरण बरामद कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि उससे पूछताछ की जा रही है। इस बीच, 200 पुलिसकर्मियों के इस्तीफे की कथित रूप से झूठी खबर ट्वीट करने के आरोप में राजस्थान के भरतपुर से एक व्यक्ति को पकड़ा गया है। पुलिस ने बताया कि मामले में और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
लाल किला उपद्रव में मुजफ्फरनगर के लोगों को दिल्ली पुलिस का नोटिस
गणतंत्र दिवस के दिन किसानों की ट्रैक्टर परेड के नाम पर लालकिले पर उपद्रव व तिरंगे के अपमान के मामले की जांच में जुटी दिल्ली पुलिस की जांच के दायरे में बुढ़ाना क्षेत्र के नेता और उनके चालक भी आ गए हैं। दिल्ली पुलिस ने जो वीडियो फुटेज और फोटो विभिन्न माध्यमों से जुटाए हैं उनमें एक विपक्षी दल के नेता और उनके साथी भी लालकिले पर उपद्रव के दौरान दिख रहे हैं। फिलहाल वह दिल्ली पुलिस की रडार पर हैं। दिल्ली में गणतंत्र दिवस के दिन ट्रैक्टर परेड के तय मार्ग बदलकर आईटीओ और लालकिले तक पहुंचने से जबर्दस्त उपद्रव हुआ था। लालकिले पर उपद्रवियों की पहचान करने के दौरान दिल्ली पुलिस द्वारा जो फोटो वीडियो जांच में लिए गए हैं उनमें कुछ फोटो में मुजफ्फरनगर जिले के लोग भी होने की संभावना जताई जा रही है। दिल्ली पुलिस द्वारा जिन फोटो को जांच में लिया गया है उनमें जिले के एक दल के नेता और उसके चालक भी फोटो में दिखाई दे रहे हैं। इनके हाथ में तिरंगा झंडा है और इनमें से एक ने अपने सिर पर भगवा कपड़ा पगड़ी की तरह से लपेटा हुआ है।