ब्रिस्बेन । ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ब्रिसबेन में अपने टेस्ट करियर की शरुआत करने वाले बाएं हाथ के पेसर टी नटराजन ने अपने नाम एक खास उपलब्धि दर्ज कर ली है। नटराजन ने सीरीज के चौथे और अंतिम टेस्ट मैच की पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया के 3 विकेट अपने नाम किए। जिसकी वजह से मेजबान टीम दूसरे दिन पहली पारी में 369 रन पर ऑलआउट हो गई। तमिलनाडु के गेंदबाज नटराजन के लिए पिछले 3 महीने किसी सपने की तरह रहे हैं। 29 साल के नटराजन को ऑस्ट्रेलिया दौरे पर बतौर नेट बॉलर ले जाया गया था। इस दौरे पर कई खिलाड़ियों के चोटिल होने के बाद नटराजन को मेजबान टीम के खिलाफ क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में डेब्यू का मौका मिला। और इस गेंदबाज ने इस मौके को दोनों हाथों से लपका।
नटराजन ऑस्ट्रेलिया में तीनों फॉर्मेट टी20, ओडीआई और टेस्ट में डेब्यू करने वाले भारत के पहले क्रिकेटर बन गए हैं। ओवरऑल के मामले में नटराजन यह उपलब्धि हासिल करने वाले 17वें खिलाड़ी हैं। एक सीजन में ये कारनामा करने वाले नटराजन हमवतन भुवनेश्वर कुमार के बाद दूसरे क्रिकेटर हैं। इसके साथ ही नटराज भारत के पूर्व पेसर आरपी सिंह के विशिष्ट क्लब में शामिल हो गए हैं। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड ने अपने डेब्यू टेस्ट में 78 रन देकर 3 विकेट हासिल कर सबको प्रभावित किया था।
नटराजन (3/78) डेब्यू टेस्ट की एक पारी में सबसे अधिक विकेट लेने वाले भारत के दूसरे लेफ्ट आर्म पेसर बन गए हैं। इस लिस्ट में आरपी सिंह पहले नंबर पर हैं जिन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ 2005/06 में 89 रन देकर 4 विकेट हासिल किए थे। ब्रिसबेन टेस्ट में नटराजन के अलावा भारत की ओर से वॉशिंगटन सुंदर ने भी डेब्यू किया था। सुंदर ने 89 रन देकर 3 विकेट निकाले वहीं तेज गेंदबाज शार्दुल ठाकुर ने अपने दूसरे टेस्ट में 94 रन देकर 3 विकेट चटकाए। ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए अपनी पहली पारी में 369 रन बनाए। फिलहाल 4 मैचों की टेस्ट सीरीज 1-1 की बराबरी पर है।
डेब्यू टेस्ट की एक पारी में सबसे अधिक विकेट लेने वाले भारत के दूसरे लेफ्ट आर्म पेसर बने नटराजन
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