नईदिल्ली(ए)। उत्तर प्रदेश में मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल गया है। भीषण गर्मी के बाद अब प्री-मॉनसून बारिश और आंधी-तूफान का दौर शुरू हो गया है जिससे लोगों को राहत मिली है। मौसम विभाग ने 1 जून से 3 जून तक राज्य के विभिन्न जिलों के लिए बारिश, आंधी और वज्रपात का येलो अलर्ट जारी किया है। सोमवार की सुबह पूर्वी यूपी के कई जिलों में हल्की बूंदाबांदी भी दर्ज की गई है।
तेज हवाओं के साथ बारिश और आंधी का दौर

आसमान में बादलों की आवाजाही लगातार बनी हुई है। मौसम विभाग के अनुसार 1 से 3 जून तक लगातार पूरब से लेकर पश्चिम तक आंधी-तूफान और बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। इस दौरान 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं जिससे कई इलाकों में पेड़ गिरने या बिजली आपूर्ति बाधित होने की आशंका है।
रविवार को पूर्वी यूपी के कई जिलों में तेज हवाओं के साथ कहीं बूंदाबांदी तो कहीं हल्की से मध्यम बारिश हुई जिससे उमस में थोड़ी बढ़ोतरी हुई। हालांकि सोमवार की सुबह मौसम एक बार फिर सुहावना हो गया है। शनिवार को यूपी का अधिकतम तापमान 42.2 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था।
इन जिलों में बारिश और वज्रपात की संभावना
मौसम विभाग ने रविवार को बस्ती, कुशीनगर, गोंडा, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई, फर्रुखाबाद और बाराबंकी जिले में बादल गरजने, बिजली चमकने और 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से झोंकेदार हवा चलने की संभावना जताई थी। वहीं 1, 2 और 3 जून को जिन जिलों में तूफानी हवाओं के साथ बारिश और कुछ इलाकों में वज्रपात होने की संभावना है उनमें गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, बाराबंकी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अम्बेडकरनगर, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, प्रयागराज, सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, और आसपास के इलाके शामिल हैं।
यूपी में जल्द दस्तक देगा मॉनसून
केरल में समय से 10 दिन पहले मॉनसून की दस्तक के बाद उत्तर प्रदेश में भी मॉनसून के जल्द पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है। मौसम विभाग के अनुसार उत्तर प्रदेश में अगले 10 दिनों में यानी 12 से 13 जून के बीच मॉनसून के दस्तक देने की संभावना है। सामान्य रूप से यूपी में मॉनसून 15 जून के बाद आता है लेकिन इस बार समय से पहले इसके पहुंचने की उम्मीद है जिससे किसानों और आम जनता दोनों को राहत मिलेगी।