भोपाल(ए)। मध्य प्रदेश के नौ टोल प्लाजा का संचालन महिला स्वसहायता समूहों के हाथों में दिया जाएगा। यह वे टोल हैं, जहां सालाना दो करोड़ रुपये से कम राजस्व आता है। इनमें राज्य मार्ग -25 उज्जैन- शाजापुर अकोदिया- सारंगपुर रोड, उज्जैन -नीमच मनासा रोड़, उज्जैन- गोगापुर-घोंसला रोड, ग्वालियर-मोहनपुर- बेहट रोड, ग्वालियर- डबरा- भितरवार-हरसी रोड, सागर -बीना-खिमलासा–माल्थोन, भोपाल-गंज बसोदा, सिरोंज रोड, रीवा- हरदुआ-चाकघाट रोड और धार-सरदारपुर- बाघ रोड का संचालन महिला स्वसहायता समूहों को दिया जाएगा।
समूह की महिलाओं को टोल से प्राप्त राजस्व की 30 प्रतिशत राशि कमीशन बतौर दी जाएगी। वहीं 70 प्रतिशत राजस्व राजमार्ग निधि में जमा किया जाएगा। इससे सड़कों का उन्नयन और रख-रखाव किया जा सके। इन टोल नाकों पर केवल महिला स्टाफ तैनात की जाएगी। इनकी सुरक्षा के लिए भी पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे।

टोल टैक्स वसूली का काम
जिन मार्गों पर वार्षिक अनुमानित संग्रह (एपीसी) दो करोड़ से कम होता है, वहां उपभोक्ता शुल्क संग्रहण (टोल टैक्स वसूली) का काम स्वसहायता समूह की महिलाओं को जिला प्रशासन के अनुमोदन पर दिया जाता है।
निगम द्वारा टोल प्लाजा की भौतिक अधोसंरचना जैसे केनोपी, फास्टैग सुविधा, शौचालय बनाकर दिया जाता है। बता दें कि एक साल से पायलट प्रोजेक्ट के रूप में तीन सड़क मार्ग मलहेरा -चांदला, शाजापुर- दोपाड़ा- नलखेड़ा और उज्जैन-मक्सी सड़क पर टोल वसूली स्वसहायता समूह की महिलाएं कर रही हैं।