जिले के विभिन्न ग्राम पंचायतों में मनरेगा के कार्य स्थल में ग्रामीणों ने बोरे बासी खाकर बताएं इसके फायदे
कवर्धा .
महात्मा गांधी नरेगा योजना अंतर्गत कार्य करने वाले ग्रामीणों ने कार्यस्थल पर एक साथ बोरे बासी खाकर एक दूसरे को श्रमिक दिवस की शुभकामनाएं दी। जिले के विभिन्न ग्राम पंचायतों में योजना अंतर्गत चल रहे निर्माण कार्यों में ग्रामीणों को रोजगार मिल रहा है। कार्य के दौरान अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस के अवसर पर श्रम वीरों के प्रति सम्मान प्रकट करते हुए बोरे बासी की व्यवस्था की गई थी। बोरे बासी के साथ मिर्ची प्याज चटनी एवं साग खाकर ग्रामीणों ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि यह हमारा परंपरागत छत्तीसगढ़ी भोजन है जो शरीर के लिए बहुत फायदेमंद है और कड़ी धूप में काम करने की शक्ति देता है। ज्ञात हो कि राज्य में श्रमिक दिवस के दिन बोरे बासी खाकर मेहनतकश श्रम वीरों के प्रति कृतज्ञता जाहिर करते हुए इसके फायदे जन जन तक पहुंचाना है। इसी कड़ी में जिले के वनांचल ग्राम पंचायत राजढार, कोयलारझोरी, बरेडा से लेकर भेलवाटोला, बरपेलाटोला, अमलीडीह, खरहटटा, दलपुरवा गागपूर कल्याणपुर,पवनतारा,नवागांव सहित अधिकांश ग्राम पंचायतों में नरेगा योजना के कार्य हो जाने के बाद ग्रामीणों ने आपस में बैठकर बोरे बासी का आनंद लिया।
उल्लेखनीय है कि राज्य शासन द्वारा 1 मई अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस को राज्य के श्रम वीरो को सम्मान देने के लिए बोरे बासी खाने की परंपरा प्रारंभ की गई है। बोरे बासी मेहनतकश संस्कृति के खानपान की पहचान होने के साथ-साथ राज्य का एक पारंपरिक आहार भी है। रोजगार गारंटी योजना ग्रामीण क्षेत्र में ग्रामीणों को सम्मान के साथ रोजगार करने का अवसर प्रदान करता है। ग्रामीणों को सम्मान देने के लिए विभिन्न ग्राम पंचायतों में आयोजन किया गया। इसी क्रम में कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत कबीरधाम श्री संदीप कुमार अग्रवाल सहित जिले के वरिष्ठ अधिकारियों ने बोरे बासी खाकर राज्य की परंपरागत पहचान को रेखांकित किया है।