नईदिल्ली(ए)। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोमवार को एआई-लार्ज लैंग्वेज मॉडल (एलएलएम) अनुप्रयोगों के मूल्यांकन पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि एआई-लार्ज लैंग्वेज मॉडल (एलएलएम) अनुप्रयोगों का मूल्यांकन अंतिम चरण में है और जल्द ही सरकार उन संस्थाओं को शॉर्टलिस्ट करेगी, जिन्हें भारत एआई मिशन के तहत फंडिंग मिलेगी।
अगले कुछ हफ्तों में एलएलएम टीमों को किया जाएगा पुरस्कृत
बता दें कि आईटी और रेल मंत्री वैष्णव दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी (डीटीयू) में सेमीकंडक्टर और माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक्स के लिए विनोद धाम सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के उद्घाटन के अवसर पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि अगले कुछ हफ्तों में एआई एलएलएम टीमों को पुरस्कृत किया जाएगा, जिन्हें फंडिंग मिलनी शुरू होगी। इस परियोजना के तहत फरवरी में मंत्री ने घोषणा की थी कि अगले 18 महीनों में भारत का अपना एआई प्लेटफॉर्म होगा।

14000 जीपीयू की हुई प्राप्ती
इसके अलावा, वैष्णव ने बताया कि एआई मिशन के तहत 14,000 ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट (जीपीयू) प्राप्त किए गए हैं। साथ ही दूसरे चरण के लिए पैनल प्रक्रिया चल रही है, जिससे स्टार्टअप और एआई शोधकर्ताओं को बड़ी कंप्यूटिंग सुविधा मिलेगी।
गौरतलब है कि डीटीयू ने इस अवसर पर विनोद धाम के नाम पर एक उत्कृष्टता केंद्र का उद्घाटन किया, जो सेमीकंडक्टर नवाचार और विनिर्माण के लिए भारत के मिशन में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस केंद्र के उद्घाटन समारोह में विनोद धाम के साथ डीटीयू के कुलपति प्रतीक शर्मा और अन्य गणमान्य लोग भी शामिल हुए।