भिलाई इस्पात संयंत्र के उद्यान विभाग द्वारा अक्टूबर माह के प्रथम सप्ताह में वन्यप्राणी संरक्षण सप्ताह के अन्तर्गत स्कूली बच्चों के मध्य चित्रकला और भाषण प्रतियोगिता सहित अन्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। तत्पश्चात 9 अक्टूबर को मैत्री बाग के मोमबत्ती लाॅन में समापन समारोह के अवसर पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन मुख्य वन संरक्षक, दुर्ग बीपी सिंह के मुख्य आतिथ्य एवं कार्यपालक निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन) श्री एम एम गद्रे की अध्यक्षता तथा वनमंडलाधिकरी, दुर्ग श्री शषी कुमार एवं मुख्य महाप्रबंधक (नगर सेवाएं एवं सीएसआर) श्री एस व्ही नंदनवार के विशेष आतिथ्य में मैत्री बाग प्रांगण के मोमबत्ती लाॅन में संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम में विभागीय अधिकरियों, कर्मचारियों, स्कूली बच्चों सहित गणमान्य नागरिकों ने बड़ी संख्या में अपनी उपस्थिति दी।
सर्वप्रथम उद्यान विभाग के उप महाप्रबंधक डाॅ एन के जैन एवं पी पी राॅय एवं अन्य विभागीय अधिकारी एवं कर्मचारियों द्वारा मुख्य अतिथि एवं अतिथियों का स्वागत किया गया। साथ ही स्कूली बच्चों द्वारा उनके सम्मान में स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया। तत्पश्चात प्रतिभागी बच्चों द्वारा बनाई गई पेंटिंग एवं प्रदर्शित फोटोग्राफी का अतिथियों द्वारा अवलोकन किया गया। विभाग की ओर से वार्षिक प्रतिवेदन उपमहाप्रबंधक (उद्यान) डाॅ एन के जैन द्वारा प्रस्तुत किया गया, जिसमें उनके द्वारा उद्यान विभाग द्वारा किये गये कार्यों की विस्तृत रूप से जानकारी दी गई एवं अतिथियों का अभिवादन किया गया।
मुख्य अतिथि के आसंदी से बोलते हुए बी पी सिंह ने कहा कि वन्य प्राणियों के रूप में प्रकृति ने हमें अनमोल धरोहर दी है जिसको संजोकर और संभाल कर रखना विभागीय नहीं बल्कि सामूहिक जिम्मेदारी है इस बात का स्मरण हमें वन्यप्राणी संरक्षण सप्ताह जैसे आयोजनों से होता है क्योंकि कि ऐसे आयोजन वन्यप्राणियों के संरक्षण में जागरूकता पैदा करने में मील का पत्थर साबित होते हैं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे श्री एम एम गद्रे ने अपने उद्बोधन में कहा कि वन्यप्राणी संरक्षण सप्ताह जैसे कार्यक्रम न केवल ज्ञानवर्धक होते हैं बल्कि आने वाली पीढ़ी को भी जागरूक करने में सहायक और कारगर होते हैं, बड़ी संख्या में स्कूली बच्चों की प्रतिभागिता और उपस्थिति इस बात का साक्षात् प्रमाण हैं। भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन भी न केवल पर्यावरण की रक्षा के लिए बल्कि वन्य प्राणियों की रक्षा के लिए पूरी तरह से सजग और सतर्क है।
विशेष अतिथि की आसंदी से बोलते हुए श्री शशी कुमार ने कहा कि किसी भी कार्यक्रम की सार्थकता जनभागीदारी से ही सुनिश्चित की जा सकती है। उन्होंने इस अवसर पर संयंत्र के उद्यान विभाग के कार्यों की सराहना करते हुये टाइगर प्रोजेक्ट सहित अन्य कार्यो में वन विभाग की प्रतिबद्धता दोहराई। श्री एस व्ही नंदनवार ने कहा कि प्रकृति के संतुलन में वन्यप्राणी हमेशा ही सहायक सिद्ध होते हैं और उनका संरक्षण सामूहिक जिम्मेदारी है जिसका निर्वहन स्थानीय स्तर पर भी उद्यान विभाग द्वारा नियमित रूप से किया जा रहा है।
रंगारंग कार्यक्रम के मध्य में अतिथियों द्वारा चित्रकला एवं भाषण प्रतियोगिता के विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर भाषण प्रतियोगिता के विजेता प्रतिभागी बच्चों द्वारा अतिथियों के समक्ष वन्य प्राणियों के संरक्षण को लेकर भाषण की प्रस्तुति भी दी, जिसे अतिथियों सहित समस्त लोगों द्वारा सराहा गया। बच्चों द्वारा प्रस्तुत रंगारंग कार्यक्रम में मुख्य आकर्षण स्वागत गीत, कत्थक नृत्य, सोला डांस, ग्रुप डांस सहित अन्य प्रस्तुति रही जिसे लोगों ने बहुत पसंद किया।
कार्यक्रम के अंत में पी पी राॅय ने सभी अतिथियों, मिडिया कर्मिर्यों, विभागीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों, स्कूली बच्चों, गणमान्य नागरिकों का आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया। चित्रकला एवं भाषण प्रतियोगिता के निर्णायकों में श्रीमति नीलिमा नंदनवार, श्रीमति मीता राॅय, श्री कृपाशंकर शर्मा, श्री एस के तिर्की, श्री जवाहर बाजपेयी थे। इस अवसर पर चिड़ियाघर के कर्मचारियों को विभाग द्वारा सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की उद्घोषक श्रीमति रजनी रजक थी। इस कार्यक्रम में पी पी राय, गफ्फार खान, राजेश शर्मा, आरिफ खान ए के सिन्हा, नरसैय्या, ललित, व्ही संदीप नायडू, योगेश कुमार चन्द्राकर, खीरू प्रसाद, शंकरलाल अग्रवाल, नवलदास, हरिंदर, राजकुमार, मदनगोपाल सिंह, प्रेमचंद सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी प्रमुख रूप से उपस्थित थे।