भारत सरकार के इस्पात मंत्रालय के निर्देशानुसार स्टील अथाॅरिटी आॅफ इंडिया लिमिटेड के सभी इस्पात संयंत्रों की इस्पात नगरी में आईकाॅनिक वीक का आयोजन 04 से 10 जुलाई, 2022 के मध्य किया जा रहा है। इस वीक के तहत संयंत्र के सुरक्षा अभियांत्रिकी विभाग द्वारा संयंत्र परिसर में सड़क सुरक्षा पर 08 जुलाई, 2022 को विशेष अभियान चलाया जाएगा। इसके साथ ही संयंत्र के जनसंपर्क विभाग और सीएसआर विभाग द्वारा निर्मित चलित प्रदर्शनी की वैन ने इस्पात नगरी के स्कूलों के साथ ही आसपास के ग्रामीण अंचलों का भ्रमण किया और सिंगल यूज प्लास्टिक के प्रति जागरूकता लाने और इनका उपयोग न करने की जानकारी प्रचारित की।
भिलाई इस्पात संयंत्र के सुरक्षा अभियांत्रिकी विभाग द्वारा 8 जुलाई को संयंत्र के ब्लास्ट फर्नेस, ऊर्जा प्रबंधन विभाग और फांउण्ड्री शाॅप में सड़क सुरक्षा पर एक विशेष अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान के अतिरिक्त दिनभर संयंत्र के सभी जगहों पर सड़क सुरक्षा को लेकर रोको-टोको अभियान और सुरक्षा वैन के माध्यम से रोड सेफ्टी पर सावधानी रखने और दुर्घटना से बचने की जानकारी प्रसारित की जायेगी। साथ ही पूरे संयंत्र में सुरक्षा संदेश का वितरण भी किया जायेगा। सुरक्षा अभियांत्रिकी विभाग द्वारा राष्ट्रीय व्यावसायिक स्वास्थ्य सेवा केन्द्र के सहयोग से कॉन्ट्रैक्ट लेबर के लिए लाइफ स्टाइल पर आधारित रोग पर एक कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यशाला को राष्ट्रीय व्यावसायिक स्वास्थ्य सेवा केन्द्र के प्रभारी डाॅ राम राजेश्वर सम्बोधित करेंगे।
मोबाइल वैन ने आज दल्ली राजहरा का भ्रमण किया
बीएसपी द्वारा संचालित ‘स्विच टू स्टील’ थीम वाली चलित प्रदर्शनी ने आज दिनांक 07 जुलाई, 2022 को राजहरा माइन्स के कई स्कूलों का दौरा किया। इस चलित प्रदर्शनी ने 06 जुलाई, 2022 को संयंत्र के सीनियर सेकेण्डरी स्कूल, सेक्टर-7, केन्द्रीय विद्यालय, दुर्ग सहित भिलाई के आसपास के ग्रामीण अंचलों चिखली, दुर्ग, भाठागांव, रवेलीडीह, नंदकट्टी, बासीन, कुरूद, जामुल, जेवरा सिरसा क्षेत्र का भ्रमण किया और प्लास्टिक के उपयोग को बंद करने के प्रति जागरूकता बढ़ाने का प्रयास किया साथ ही बोरिया वीकली मार्केट, भिलाई में भी सिंगल यूज प्लास्टिक को बंद करने के लिए पैम्पलेट बांटे।
इस चलित वैन ने 7 जुलाई को राजहरा के डीएवी स्कूल, शासकीय स्कूल आदि का भ्रमण किया और सिंगल यूज प्लास्टिक के बारे में जानकारी प्रदान करते हुए इसके उपयोग को बंद करने के प्रति जागरूकता बढ़ाई।