सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के मुख्य चिकित्सालय जवाहरलाल नेहरू अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र, सेक्टर 9 के पैथोलॉजी विभाग तथा एसोसिएशन ऑफ पैथोलॉजिस्ट और हेमटोलॉजिस्ट, भिलाई-दुर्ग द्वारा संयुक्त रूप से 26 जून 2022 को जेएलएन अस्पताल के सभागार में हेमेटोलॉजी अपडेट पर सम्मेलन का आयोजन किया गया।
हेमेटोपैथोलॉजी के मुख्य सलाहकार व आयोजन सचिव डॉ गुरमीत सिंह ने बताया कि हेमटोलॉजी अपडेट में राज्य भर से 80 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया। प्रमुख बाहरी वक्ताओं में शामिल हैं मैक्स अस्पताल नई दिल्ली के हेमेटो-ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ राहुल नैथानी, यशोदा अस्पताल हैदराबाद के डॉ गणेश जयशेतवार, पारस अस्पताल, पटना से डॉ अविनाश सिंह तथा रिसर्च एंड रेफरल हॉस्पिटल, नई दिल्ली से डॉ एस वेंकटेशन।
एमकेकेसीजी मेडिकल कॉलेज, बरहामपुर के डॉ समीर बेहरा और बाल्को मेडिकल सेंटर, रायपुर के डॉ देबेंदु डे ने भी हेमेटोलॉजी अपडेट पर अपने विचार व्यक्त किये। सम्मेलन में कई विषयों पर चर्चा की गई। जैसे शरीर में प्लेटलेट्स की कम मात्रा और इसका उपचार तथा दवाओं के माध्यम से सीएमएल का उपचार कैसे किया जा सकता है यह एक प्रकार के रक्त कैंसर है। सिकल सेल रोग के नए उपचार विकल्पों के बारे में महत्वपूर्ण विचार-विमर्श किया गया और सिकल सेल रोग के उपचार के दृष्टिकोण को बदलने वाली एक नई दवा पर भी प्रकाश डाला गया।
राष्ट्रीय हेमटोलॉजी क्विज 2022 का छत्तीसगढ़ स्टेट राउंड का आयोजन किया गया। क्विज में एम्स रायपुर, पंडित जेएनएम मेडिकल कॉलेज, श्री शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज, दुर्ग और जेएलएन अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र, भिलाई की टीमों ने भाग लिया। राष्ट्रीय हेमटोलॉजी क्विज में डॉ प्रसाद डांगे ने भी भाग लिया। स्टेट राउंड में एम्स रायपुर के मेडिकल ऑन्कोलॉजी और हेमटोलॉजी विभाग के सहायक प्रोफेसर क्विज मास्टर थे।
छत्तीसगढ़ स्टेट राउंड में जवाहरलाल नेहरू अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र के डॉ शशांक राठौर, डॉ प्रियदर्शी कुमार और डॉ अर्पणा चौधरी की टीम विजेता रही। उन्होंने जोनल राउंड के लिए क्वालीफाई किया।
बैठक की अध्यक्षता बीएसपी के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा विभाग के मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वय डॉ एम रवींद्रनाथ व डॉ प्रमोद बिनायके ने किया। उन्होंने पैथोलॉजी विभाग द्वारा सीएमई के आयोजन की सराहना की और अतिथि वक्ताओं को भिलाई में हेमेटोलॉजी अपडेट पर आयोजित सम्मेलन में भाग लेने के लिए धन्यवाद दिया। सीएमई में राज्य के विभिन्न हिस्सों के वरिष्ठ पैथोलॉजिस्टों ने भाग लिया।