विश्व रक्तदाता दिवस 14 जून को मनाया जाता है। सन् 2005 में 58 वीं विश्व स्वास्थ्य सभा में वार्षिक वैश्विक कार्यक्रम के रूप में घोषित किया गया था। यह दिवस कार्ल लैंडस्टीनर की जयंती पर मनाया जाता है। इस साल का नारा है “Donating Blood is act of Solidarity”अर्थात् रक्तदान एक एकजुटता का कार्य है। यह दिन स्वैच्छिक (Voluntry), अवैतनिक (unpaid) रक्तदाताओं को उनके लाइफ सेविंग ब्लड के लिए धन्यवाद देने का भी अवसर है।
14 जून को सुबह 8.30 बजे विश्व रक्तदाता दिवस के अवसर पर सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र में रक्तदान शिविर का आयोजन जवाहरलाल नेहरू अस्पताल एवं अनुसंधान केन्द्र के ब्लड सेंटर में किया गया। जिसका उद्घाटन कार्यपालक निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन), श्री के के सिंह, कार्यपालक निदेशक (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएँ) डाॅ एस के इस्सर द्वारा रक्तदान करके किया गया।
रक्त केंद्र जवाहरलाल नेहरू अस्पताल एवं अनुसंधान केन्द्र, सेक्टर-9 भिलाई पिछले कई वर्षों से सेवाएं दे रहा है। सन् 2018 में डेंगु महामारी के दौरान अगस्त एवं सितम्बर में करीब 3663 ब्लड एवं ब्लड प्रोडक्ट के द्वारा जन सेवा का कार्य किया गया। सालभर थैलिसिमा, सिकलिंग एवं डायलिसिस के मरीजों को बिना रिप्लेसमेंट के आवष्यकता पड़ने पर रक्त दिया जाता है।
वर्ष 2019 में आईडी नैट (ID NAT) मशीन को इंस्टाल किया गया जिससे अगर खून में बहुत कम मात्रा में भी इंफेक्शन हो उसका जल्द से जल्द पता चल जाता है। इस प्रकार साफ एवं स्वस्थ रक्त देने का उद्देश्य पूरा होता है।
विश्व दाता दिवस (World Donor Day) के उपलक्ष्य में 13 जून, 2022 को सुबह 9.30 बजे जवाहरलाल नेहरू अस्पताल एवं अनुसंधान केन्द्र, सेक्टर-9 के ओपीडी ब्लाॅक में पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें नर्सिंग काॅलेज की छात्राओं ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। इस प्रतियोगिता का मुख्य विषय “रक्तदान” की महत्ता एवं जनसाधारण के हृदय से भय को हटाना था। नर्सिंग काॅलेज की छात्राओं ने नृत्य-नाटिका के द्वारा ‘रक्तदान महादान है एवं रक्तदान एक एकजुटता का कार्य है’ का संदेश दिया।