Home दुर्ग/भिलाई बीएसपी- राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस का सफल आयोजन

बीएसपी- राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस का सफल आयोजन

by Surendra Tripathi

16 मार्च, 2022 को सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के जेएलएन अस्पताल एवं अनुसंधान केन्द्र के शिशु रोग एवं नवजात शिशु रोग विभाग द्वारा राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस के अवसर पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम ईडी (एम एंड एचएस), डॉ एस के इस्सर के मार्गदर्शन में तथा सीएमओ (एम एंड एचएस), द्वय डॉ एम रवींद्रनाथ एवं डॉ प्रमोद बिनायके तथा डॉ सुबोध कुमार साहा, डॉ संबिता पंडा, डॉ नोहर सिंह ठाकुर की उपस्थिति में आयोजित किया गया। जिसमें राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस 2022 के थीम-‘सभी के लिए कारगार हैं टीके’ पर चर्चा की गई। इस कार्यक्रम में जेएलएन अस्पताल एवं अनुसंधान केन्द्र के शिशु रोग एवं नवजात शिशु रोग विभाग ने भारत सरकार द्वारा निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दर्शायी।

विदित हो कि टीकाकरण के महत्व के साथ-साथ सार्वजनिक स्वास्थ्य में इसकी भूमिका को रेखांकित करने के लिए हर साल 16 मार्च को राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस मनाया जाता है। 1995 में 16 मार्च के दिन ही भारत में ओरल पोलियो वैक्सीन की पहली खुराक दी गई थी। इसके उपलक्ष्य में 16 मार्च को राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस मनाया जाता है। टीकाकरण अत्यधिक संक्रामक रोगों को रोकने का सबसे प्रभावी तरीका है।

पिछले कुछ दशकों में टीका, दुनिया भर में जानलेवा बीमारियों से लड़ने का एक महत्वपूर्ण साधन बन चुका हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के अनुसार, टीके से हर साल लगभग 20 से 30 लाख लोगों की जिन्दगी बचाई जा रही है।

इस वर्ष यह दिन महत्वपूर्ण है क्योंकि देश ने अपना सबसे बड़ा कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम 2021 में शुरू किया था और 96 करोड़ से अधिक भारतीय नागरिकों को कम से कम 1 खुराक लगाई जा चुकी है और 81 करोड़ से अधिक भारतीय नागरिकों ने अब तक कोविड-19 टीकों की दोनों खुराक प्राप्त कर ली है। दिनांक 15 मार्च, 2022 के पूर्व  चूंकि कोविड-19 महामारी पूरी दुनिया में व्याप्त है, इसलिए भारत सरकार भारत के प्रत्येक नागरिक को इस बीमारी के खिलाफ टीका लगाने के लिए हर आवश्यक कदम उठा रही है।

राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस-2022, टीकों के महत्व के बारे में एक विचार-मंथन प्रारंभ करता है और लोगों को खुद को टीका क्यों लगवाना चाहिए और उनके परिवार के सदस्यों और बच्चों को कुछ बीमारियों से सुरक्षा के लिए टीका लगाया जाना चाहिए। इन नए टीकों के साथ, भारत का सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम अब सालाना 27 मिलियन बच्चों को 13 जानलेवा बीमारियों के खिलाफ मुफ्त टीके प्रदान करता है।

Share with your Friends

Related Posts