Home देश-दुनिया प्रधानमंत्री मोदी के 11 वर्षों को कैसे देखेगा इतिहास, क्या अब नेहरु-इंदिरा की कतार में शामिल?

प्रधानमंत्री मोदी के 11 वर्षों को कैसे देखेगा इतिहास, क्या अब नेहरु-इंदिरा की कतार में शामिल?

by admin

नईदिल्ली(ए)। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अपने कार्यकाल पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि इतिहास उनके प्रति ज्यादा ‘उदार’  होगा। मनमोहन सिंह की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई थी जब उनकी सरकार भ्रष्टाचार के तमाम आरोपों से घिरी हुई थी। इनमें से ज्यादातर आरोप बाद में झूठे साबित हुए, लेकिन इन आरोपों ने यूपीए सरकार की विदाई की पटकथा लिख दी थी। आज जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने कार्यकाल के 11 वर्ष पूरे कर चुके हैं, इस पद लगातार सबसे लंबा कार्यकाल पूरा करने के मामले में तीसरे प्रधानमंत्री बन चुके हैं और भाजपा पूरे जोश के साथ उनके कार्यकाल के 11 वर्षों का जश्न मना रही है, यह प्रश्न उठता है कि इतिहास मोदी के इस कार्यकाल को कैसे याद रखेगा। क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत के इतिहास के महानायक बन चुके हैं, और कांग्रेस नेताओं जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी की कतार में आकर खड़े हो चुके हैं? मोदी के कार्यकाल में भारत ने कुछ ऐसी उपलब्धियों को हासिल किया है, जिसके लिए सीधे प्रधानमंत्री को श्रेय दिया जा सकता है। सरकार के ये निर्णय देश और हमारे समाज पर लंबे समय में बड़े गहरे असर डालने वाले हैं। कश्मीर से अनुच्छेद 370 के विवादित प्रावधानों की समाप्ति और पाकिस्तान के प्रति सरकार का खुला आक्रामक रुख देश की नई सोच को दिखाने वाला है। तीन तलाक की समाप्ति और नए वक्फ कानूनों को लाना मुस्लिम समुदाय के अंदर बड़े बदलाव लाने वाला साबित हुआ है।

जिन महिलाओं के लिए घर की देहरी लांघना मुश्किल था, उनमें लखपति दीदी और ड्रोन दीदी बनने का सपना पैदा करना साधारण उपलब्धि नहीं है। कुल 55 करोड़ जनधन खाते में केवल महिलाओं के 30.37 करोड़ से अधिक खाते खुलवाना, हर घर में शौचालय बनवाना और पीएम आवास को महिलाओं के नाम आवंटित करने से महिलाओं की घर-परिवार में इज्जत बढ़ी है। संसद-विधानसभाओं में महिलाओं को एक तिहाई आरक्षण देना किसी सरकार द्वारा एक योजना बनाना मात्र नहीं है, यह समाज में महिलाओं की भूमिका को मजबूत करने वाला निर्णय है। यह पूरे देश की राजनीति और समाज पर बड़ा असर डालने वाला निर्णय साबित होने वाला है।

बात केवल लागू करने की नहीं है, देश के आम आदमी पर इसका असर भी दिखाई देने लगा है। देश की अर्थव्यवस्था जापान को पीछे छोड़ते हुए दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुकी है, जल्द ही यह जर्मनी को पीछे छोड़ दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकती है। इसका आम आदमी पर असर भी दिखाई दे रहा है। प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि हुई है, 25 करोड़ के करीब लोगों को गरीबी रेखा से ऊपर लाया जा चुका है।

मोदी की उपलब्धि केवल यह नहीं है कि उनकी सरकार ने कुछ योजनाओं को लागू किया। मोदी की उपलब्धि यह है कि उन्होंने देश को नए दौर में सपना देखना सिखाया। आज देश अनेक वस्तुओं, सेवाओं के उत्पादन में दुनिया के अग्रणी देशों में शामिल हो चुका है। युवाओं में दुनिया की अग्रणी कंपनी बनाने का जज्बा पैदा हुआ है तो इसका श्रेय सरकार की कोशिशों को भी जाता है।

मजबूत इच्छाशक्ति
जीएसटी में सभी राज्य सरकारों ने सहयोग किया। नई शिक्षा नीति लागू करने में भी लगभग सभी राज्यों से सहमति मिली है। यह देश में केंद्र-राज्य सरकारों के बीच बेहतर समन्वय को स्थापित करता है। सरकार ने जिस तरह नक्सलियों के मामले में ठोस कार्रवाई की है और नक्सलवाद अपनी अंतिम सांसें ले रहा है, वह उसकी मजबूत इच्छाशक्ति को दिखाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर मामले में आगे बढ़कर नेतृत्व किया है। उन्होंने खुलकर आतंकियों को चेतावनी दी है, और उनके ठिकानों पर कठोर कार्रवाई की है। आगे बढ़कर युवाओं का उत्साह बढ़ाया है और आगे बढ़कर अपनी जिम्मेदारी स्वीकार की है।

नड्डा ने कहा
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार ने पिछले 11 वर्षों में जो कार्य किया है, उसे स्वर्णाक्षरों में अंकित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सरकार ने गरीबों के उत्थान, राजनीतिक निराशा के दौर में लोगों में राजनीति के प्रति एक उत्साह पैदा करने वाला अद्भुत कार्य किया है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के सत्ता में आने के पहले लोगों में एक निराशा पैदा हो गई थी, केंद्र सरकार ने इस नाउम्मीदी को एक उम्मीद में बदलने का काम किया है। उन्होंने कहा कि इस एक दशक का कार्य भारत को विकसित देश बनाने की नींव रखेगा।

क्या नेहरु-इंदिरा की कतार में शामिल हुए?
राजनीतिक विश्लेषक सुनील पांडेय ने अमर उजाला से कहा कि सभी नेताओं के कार्यकाल की अलग चुनौतियां होती हैं। किसी एक नेता की किसी दूसरे से तुलना नहीं की जानी चाहिए। लेकिन इस बात में कोई संदेह नहीं है कि भाजपा-आरएसएस को उनका एक ऐसा महानायक मिल चुका है जिसकी उन्हें लंबे अरसे से तलाश थी। राजनीतिक विमर्श के दौरान अब वे मोदी को नेहरू और इंदिरा के सामने पेश कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि, भाजपाई नेता और प्रवक्ता जिस तरह मोदी के कार्यकाल को नेहरू या इंदिरा से बेहतर बताते हैं, उससे यही बात साबित होती है।

राजनीतिक विश्लेषक धीरेंद्र कुमार ने कहा कि विकास का एक क्रम होता है। सभी नेताओं ने अपने समय की चुनौतियों से पार पाते हुए देश को आगे बढ़ाया। जिस तरह कपिलदेव और सुनील गावस्कर ने भारतीय क्रिकेट टीम को मजबूत बनाने का जो सिलसिला शुरू किया, उसे ही सौरव गांगुली, सचिन तेंदुलकर और एमएस धोनी ने सर्वोच्च स्तर पर पहुंचाया।  भारतीय टीम में विश्व विजयी होने का जज्बा पैदा हुआ और वह दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीम बनी। ठीक उसी तरह जवाहरलाल नेहरू, लालबहादुर शास्त्री और इंदिरा ने भारत की नींव मजबूत की और अब मोदी इसमें विश्व विजयी होने का जज्बा पैदा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत के इतिहास में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह कार्यकाल उसके विश्व विजयी होने की आधारशिला रखने के लिए याद किया जायेगा।

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