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भवानीपटना/भुवनेश्वर(ए)। ओडिशा के कालाहांडी जिले में धर्मगढ़ के सब-कलेक्टर और 2021 बैच के आईएएस अधिकारी धीमान चकमा को सोमवार को भवानीपटना की विशेष सतर्कता अदालत ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। वे 10 लाख रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़े गए थे।
सतर्कता विभाग ने रविवार को उनके सरकारी आवास से 47 लाख रुपये नकद बरामद किए। चकमा पर एक स्थानीय व्यवसायी से 20 लाख रुपये रिश्वत मांगने और न देने पर कार्रवाई की धमकी देने का आरोप था। व्यवसायी की शिकायत पर सतर्कता विभाग ने कार्रवाई की। विभाग के अनुसार, 8 जून की रात को धर्मगढ़ में चकमा के सरकारी आवास पर जाल बिछाया गया, जहां उन्हें 10 लाख रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया। यह राशि गवाहों की मौजूदगी में उनके कब्जे से बरामद की गई। इसके बाद उनके आवास और कार्यालय की एक साथ तलाशी ली गई, जिसमें आवास से 47 लाख रुपये नकद मिले। चकमा इस राशि का कोई संतोषजनक स्पष्टीकरण नहीं दे सके। इस राशि को जब्त कर लिया गया।
भारतीय वन सेवा अधिकारी के रूप में ओडिशा कैडर में की थी शुरुआत
सतर्कता पुलिस अधीक्षक एम राधाकृष्णन ने बताया कि चकमा के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण (संशोधन) अधिनियम, 2018 की धारा 7 के तहत मामला दर्ज किया गया है। अदालत ने उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी। चकमा ने 2019 बैच के भारतीय वन सेवा अधिकारी के रूप में ओडिशा कैडर में शुरुआत की थी और जून 2021 से मयूरभंज के बारिपदा में अतिरिक्त मुख्य संरक्षक के रूप में कार्य किया। इसके बाद, उन्होंने 2021 में सिविल सेवा परीक्षा उत्तीर्ण की और आईएएस अधिकारी बनकर जनवरी 2024 में कालाहांडी के धर्मगढ़ में सब-कलेक्टर के रूप में नियुक्त हुए।
सतर्कता पुलिस अधीक्षक एम राधाकृष्णन ने बताया कि चकमा के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण (संशोधन) अधिनियम, 2018 की धारा 7 के तहत मामला दर्ज किया गया है। अदालत ने उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी। चकमा ने 2019 बैच के भारतीय वन सेवा अधिकारी के रूप में ओडिशा कैडर में शुरुआत की थी और जून 2021 से मयूरभंज के बारिपदा में अतिरिक्त मुख्य संरक्षक के रूप में कार्य किया। इसके बाद, उन्होंने 2021 में सिविल सेवा परीक्षा उत्तीर्ण की और आईएएस अधिकारी बनकर जनवरी 2024 में कालाहांडी के धर्मगढ़ में सब-कलेक्टर के रूप में नियुक्त हुए।