नईदिल्ली(ए)। भारतीय रेल में आम तौर पर यात्राओं के दौरान मुसाफिरों को कई खट्टे-मीठे अनुभव होते हैं। इस मामले में एक यात्री का अनुभव डरावना होने के साथ-साथ रोमांचक और सकारात्मक भी रहा। दरअसल, नई दिल्ली-कटरा वंदे भारत एक्सप्रेस में गलती से चढ़े एक यात्री का बैग ट्रेन में ही छूट गया। बैग वापस पाने में मदद करने वाले ट्रेन मैनेजर ने शानदार समन्वय करते हुए यात्री को उसका बैग वापस पाने में मदद की। खबर के मुताबिक इस बैग में यात्री का महंगा लैपटॉप और महत्वपूर्ण दस्तावेज रखा था। नई दिल्ली स्टेशन पर छूटे बैग को अंबाला में बरामद किया गया।
यात्री को जैसे ही यह एहसास हुआ, वह परेशान होने लगा। एक कोच अटेंडेंट ने सीट पर लावारिस बैग देखने के बाद ट्रेन मैनेजर आरडी मीणा को सूचित किया। मीणा ने ट्रेन के अंदर कई बार बैग को लेकर अनाउंसमेंट की, लेकिन कोई यात्री दावा करने सामने नहीं आया क्योंकि बैग का यात्री ट्रेन में था ही नहीं।

रेलवे सुरक्षा बल का समन्वय
इस मामले में फिरोजपुर डिवीजन के वरिष्ठ मंडल वाणिज्यिक प्रबंधक परमदीप सिंह सैनी ने बताया कि जब ट्रेन में सवार यात्रियों में से कोई भी बैग पर दावा करने सामने नहीं आया तो ट्रेन मैनेजर मीणा ने तत्काल अपने विवेक का इस्तेमाल किया और अंबाला के साथ-साथ फिरोजपुर के रेलवे सुरक्षाबल (RPF) को इस संबंध में सूचना दी। मीणा ने अधिकारियों को बताया कि अगर शिकायत निवारण तंत्र पर कोई यात्री संपर्क करता है तो उनसे संपर्क कर उचित प्रतिक्रिया दी जा सकती है।
बकौल परमदीप सैनी, बैग खोने से परेशान यात्री को अपनी बड़ी गलती का एहसास हुआ। उसने हेल्पलाइन नंबर 139 पर कॉल किया। उसकी शिकायत ट्रेन मार्ग पर मौजूद आरपीएफ कर्मियों तक पहुंचाई गई और अंत में अंबाला के अधिकारियों ने पुष्टि की कि बैग उसका ही था। बेहतरीन समन्वय करते हुए रेलवे अधिकारियों ने यात्री तक बैग पहुंचाने की व्यवस्था की। यात्री ने पूरी रेलवे टीम का आभार व्यक्त किया।