नईदिल्ली(ए)। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि लोग आयात या यात्रा के जरिए उन देशों की अर्थव्यवस्थाओं की मदद नहीं कर सकते जो भारत के हितों के प्रतिकूल हैं। धनखड़ की यह टिप्पणी ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद भारत के साथ सैन्य टकराव में पाकिस्तान को समर्थन देने के बाद तुर्किये और अजरबैजान के व्यापार और पर्यटन बहिष्कार के बीच आई है।
उन्होंने कहा, ‘‘क्या हम उन देशों को सशक्त बना सकते हैं जो हमारे हितों के प्रतिकूल हैं? समय आ गया है जब हममें से प्रत्येक को आर्थिक राष्ट्रवाद के बारे में गहराई से सोचना चाहिए।” उपराष्ट्रपति ने कहा कि हर चीज का मूल्यांकन राष्ट्रवाद के प्रति अटूट प्रतिबद्धता के आधार पर किया जाना चाहिए। तुर्किये ने पाकिस्तान का समर्थन किया है और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पड़ोसी देश और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंकी शिविरों पर भारत के हमलों की निंदा की है। भारत के साथ सैन्य टकराव के दौरान पाकिस्तान ने भी बड़े पैमाने पर तुर्किये के ड्रोन का इस्तेमाल किया था। अजरबैजान ने भी पाकिस्तान के प्रति समर्थन जताया था।
