नईदिल्ली(ए)। भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर 19 से 24 मई तक नीदरलैंड, डेनमार्क और जर्मनी की आधिकारिक यात्रा पर रहेंगे। इस दौरे का उद्देश्य भारत के इन तीन प्रमुख यूरोपीय देशों के साथ रणनीतिक संबंधों को और मजबूत करना है। विदेश मंत्रालय ने बताया कि यह यात्रा द्विपक्षीय सहयोग, वैश्विक मुद्दों और क्षेत्रीय हितों पर चर्चा के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण होगी।
नेताओं से होगी सीधी मुलाकात
विदेश मंत्री जयशंकर तीनों देशों में अपने समकक्षों और शीर्ष नेतृत्व से मिलेंगे। इस दौरान आर्थिक सहयोग, टेक्नोलॉजी ट्रांसफर, क्लाइमेट चेंज, व्यापारिक समझौते, डिजिटल इनोवेशन और भारत-यूरोप संबंधों जैसे अहम मुद्दों पर बातचीत की जाएगी। साथ ही भारत की इंडो-पैसिफिक नीति पर भी इन देशों के साथ समन्वय पर चर्चा होगी।

बढ़ेगा भारत का रणनीतिक दायरा
यह यात्रा भारत और यूरोपीय देशों के बीच सहयोग को नई दिशा देने की संभावना रखती है। डेनमार्क के साथ भारत का ग्रीन स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप, नीदरलैंड के साथ जल और इनोवेशन सेक्टर में साझेदारी और जर्मनी के साथ रक्षा व शिक्षा क्षेत्र में सहयोग जैसे मुद्दों पर इस दौरान ठोस कदम उठाए जा सकते हैं।
यूरोप में भारत की अहम भूमिका
इस यात्रा के जरिए भारत यह संदेश देना चाहता है कि वह वैश्विक मंच पर अपनी भागीदारी को और मजबूत करने के लिए तैयार है। तीनों देशों के साथ भारत के संबंध न सिर्फ आर्थिक बल्कि रणनीतिक दृष्टिकोण से भी बेहद अहम माने जाते हैं।