नईदिल्ली(ए)। पृथ्वी विज्ञान मंत्री जितेंद्र सिंह ने मंगलवार को कहा कि पिछले 10 वर्षों में मौसम विभाग से जुड़े उपकरणों की संख्या दोगुना से अधिक हो गई है, जिससे कई शहरों में मौसम पूर्वानुमान बेहतर हुए हैं। यह बात उन्होंने भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के 150वें स्थापना दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में कही।
1500 हो गई स्वचालित मौसम स्टेशनों की संख्या
केंद्रीय मंत्री ने कहा, 2014 से पहले देशभर में डॉपलर मौसम रडार की संख्या केवल 15 थी, लेकिन अब यह संख्या 39 हो गई है। सिंह ने बताया कि स्वचालित मौसम स्टेशनों की संख्या 700 से बढ़कर 1,500 हो गई है, जो 2014 के मुकाबले दोगुना है। इसके अलावा, रेडियोसॉन्ड बैलून की संख्या 2014 में 33 थी, अब यह बढ़कर 56 हो गई है। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विश्व मौसम संगठन की महासचिव एंड्रिया सेलेस्टे साउलो भी मौजूद थीं।
सेलेस्टे साउलो ने क्या कहा
मंत्री ने आगे कहा कि ‘नाउकास्ट’ जैसी हालिया कुछ पहलों को 120 शहरों से बढ़ाकर 1,200 शहरों में लागू किया गया है। यह तीन घंटे पहले तक का मौसम पूर्वानुमान देती है। सिंह ने यह भी बताया कि आईएमडी के क्षेत्रीय केंद्र श्रीनगर में अपना शताब्दी वर्ष मना रहा है। वहीं, सेलेस्टे साउलो ने आईएमडी के सफर की सराहना करते हुए कहा कि यह भारत की मौसम पूर्वानुमान के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक है और आईएमडी ने समर्पण के साथ अपनी विरासत को बनाए रखा है और प्रौद्योगिकी में नवाचार को अपनाया है।
उन्होंने भारतीय मौसम विज्ञानी अन्ना मणि को भी श्रद्धांजलि दी, जिन्होंने 1948 में आईएमडी में शामिल होकर उप-निदेशक बनने तक की अपनी यात्रा पूरी की।