नई दिल्ली(ए)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति ने बड़ा फैसला लेते हुए कोपरा का न्यूनतम समर्थन मूल्य 422 रुपये बढ़ाकर 12,100 रुपये प्रति क्विंटल किया है। इसकी जानकारी देते हुए सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया, तेल निकाले जाने योग्य नारियल के न्यूनतम समर्थन मूल्य में 422 रुपये की बढ़ोतरी की गई और इसका मूल्य अब 11582 रुपये प्रति क्विंटल होगा, जबकि गोल सूखे नारियल गिरी की कीमत 12100 रुपये क्विंटल होगी। इसमें 100 रुपये का इजाफा किया गया है।
केंद्रीय नोडल एजेंसियां करेंगी कोपरा की खरीद
नारियल की खरीद करने के लिए नैफेड और एनसीसीएफ केंद्रीय नोडल एजेंसियां होंगी। नारियल की एमएसपी में कृषि लागत एवं मूल्य आयोग (सीएसीपी) की सिफारिशों के आधार पर बढ़ोतरी की गई है। केरल और तमिलनाडु मिलियन कोपरा के प्रमुख उत्पादक हैं, जबकि बॉल कोपरा का उत्पादन मुख्य रूप से कर्नाटक में होता है। बता दें कि, उच्च एमएसपी न केवल नारियल उत्पादकों के लिए बेहतर लाभकारी मूल्य सुनिश्चित करेगा, बल्कि घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नारियल उत्पादों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए खोपरा उत्पादन बढ़ाने के लिए किसानों को प्रोत्साहित भी करेगा।
मिलिंग कोपरा और बॉल कोपरा की बढ़ी MSP
केंद्र सरकार की तरफ से ‘मिलिंग कोपरा’ का न्यूनतम समर्थन मूल्य 420 रुपये से बढ़ाकर 11,582 रुपये प्रति क्विंटल किया गया। वहीं ‘बॉल कोपरा’ का न्यूनतम समर्थन मूल्य 100 रुपये बढ़ाकर 12,100 रुपये प्रति क्विंटल किया गया। इसके लिए केंद्र सरकार ने बजट में कुल 855 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है।