मूल्यांकन के लिए होंगे टेस्ट
अनुभव आएगा काम
यूजीसी चेयरमैन प्रोफेसर एम जगदीश कुमार के मुताबिक यह पहल इसलिए भी की गई है, क्योंकि अक्सर यह देखने को मिलता है कि अच्छा अनुभव रखने के बाद भी कुछ लोग डिग्री व डिप्लोमा न होने के चलते नौकरियां की दौड़ से बाहर हो जाते है। ऐसे लोग अब अपने अनुभव के आधार पर डिग्री-डिप्लोमा हासिल करके उस क्षेत्र में अपना बेहतर कैरियर संवार सकेंगे। यूजीसी के मुताबिक इस मसौदे के तहत पूर्व अनुभव के मूल्यांकन के लिए केंद्र और राज्यों में खोले जाने वाले केंद्र को नेशनल काउंसिल आफ वोकेशनल एजुकेशन एंड ट्रनिंग मान्यता देगा।
इसी तरह यदि कोई स्नातक का कोर्स करना चाहता है, तो उसके लिए उसे 120 क्रेडिट अंक चाहिए। इनमें से पूर्व के अनुभव के उसे 36 क्रेडिट अंक ही मिलेंगे, बाकी के 84 क्रेडिट अंक उसे नियमित पढ़ाई करके हासिल करने होंगे। गौरतलब है कि यूजीसी में यह व्यवस्था आस्ट्रेलिया, अमेरिका सहित कई यूरोपीय देशों में पूर्व अनुभव को मिलने वाली वरीयता को देखते हुए लिया है। इससे किसी भी क्षेत्र में काम करने वालों को भी महत्व मिलेगा।