नई दिल्ली (ए) । उत्तर प्रदेश में हालिया लोकसभा चुनावों में मिली हार के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के अंदर राजनीतिक उथल-पुथल बढ़ती ही जा रही है। सीएम योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के बीच के आपसी विवाद और खींचतान ने पार्टी की स्थिति को और जटिल बना दिया है। कई मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बीजेपी में सीएम योगी के पद पर बदलाव की संभावनाओं पर चर्चा हो रही है, हालांकि इस पर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
लोकसभा चुनावों में उत्तर प्रदेश में बीजेपी को अपेक्षित परिणाम नहीं मिले थे, जिसके बाद पार्टी के भीतर मतभेद और आपसी विवाद उभरने लगे हैं। इस बीच, एक योगी भक्त सोनू ठाकुर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को खून से लिखा एक पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। इस पत्र में ठाकुर ने चेतावनी दी है कि यदि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पद से हटाया गया, तो वह पार्टी के प्रदेश कार्यालय के सामने आत्महत्या कर लेंगे।
उत्तर प्रदेश बीजेपी में मची इस उथल-पुथल के बीच, पार्टी हाईकमान ने स्पष्ट संदेश देने की कोशिश की है कि योगी आदित्यनाथ को लेकर जो अटकलें लगाई जा रही हैं, वे निराधार हैं। इसके साथ ही, पार्टी सूत्रों के हवाले से यह भी खबर आई है कि डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की बयानबाजी से पार्टी हाईकमान असंतुष्ट है और उन्हें पार्टी आधारित बयानबाजी की सलाह दी गई है।
सीएम योगी ने हाल ही में नीति आयोग की बैठक में भी भाग लिया, जिसकी अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी। इस बैठक से पहले उत्तर प्रदेश की सियासत में सीएम योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और डिप्टी सीएम बृजेश पाठक के बीच सियासी हलचल और विवाद चर्चा का केंद्र बने हुए हैं। 29 जुलाई, सोमवार को बीजेपी और उसके सहयोगी दलों की एक महत्वपूर्ण बैठक प्रस्तावित है, जिसमें उत्तर प्रदेश की सियासत और पार्टी के भविष्य की रणनीतियों पर चर्चा की जाएगी।