बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में एक रिटायर्ड अधिकारी को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और सुप्रीम कोर्ट की धमकी देकर उनसे 54 लाख रुपये ठग लिए गए। पुलिस की साइबर सेल टीम मामले की जांच करके आरोपियों की तलाश में जुट गई है।
रिटायर्ड अधिकारी जय सिंह चंदेल को ठगने के लिए शातिर अपराधियों ने जाल बुना। जानकारी के मुताबिक, उनको एक महीने पहले अज्ञात मोबाइल नम्बर से फोन आया था। कॉलर ने उनके पोर्न एक्टिविटी में शामिल होने की बात कही। कॉलर ने कहा कि पूर्व अधिकारी ने एक पोर्न वीडियो इंटरनेट पर अपलोड किया है। शातिर ठग ने एफआईआर की एक कॉपी भी रिटायर्ड अधिकारी को भेज दी।
इसके बाद उसी दिन शाम को जय सिंह के मोबाइल पर एक और अज्ञात नंबर से कॉल आया। कॉलर ने खुद को मुंबई पुलिस का अधिकारी विनायक बावर बताकर। उसने कहा कि एक व्यक्ति के घर से 274 एटीएम बरामद हुए हैं, जिनमें से एक एटीएम कार्ड उनका है। ठग ने यह कहते हुए फोन काट दिया कि ईडी की जांच में मामला साफ हो जाएगा।
जय सिंह चंदेल डर गए और वह इस विषय पर गंभीरता से सोचने लगे। इसी बीच 2 जुलाई को उन्हें फोन कर कहा गया कि सुप्रीम कोर्ट में केस रजिस्टर्ड हो चुका है। अब उनके बैंक के लेनदेन की जांच की जाएगी। ईडी और सुप्रीम कोर्ट का फर्जी आदेश दिखाकर ठगों ने अपने बैंक खाते में रिटायर्ड अधिकारी से 14 लाख 30 हजार रुपए जमा करा लिए। म्यूचुअल फंड की जांच के नाम पर 35 लाख रुपये और जमा करा लिए गए।
इसके बाद ठगों ने जांच पूरी होने की बात कहते हुए 10 लाख रुपये सिक्योरिटी डिपॉजिट करने की मांग की। इस पर रिटायर्ड अधिकारी ने कहा कि उनके पास सिर्फ पांच लाख रुपये हैं। दबाव बनाने पर उन्होंने पांच लाख रुपये भी ठगों के बैंक खाते में जमा करा दिए। फिर आरोपियों ने उनका फोन उठाना बंद कर दिया। इसके बाद रिटायर्ड अधिकारी थाने पहुंचे और आपबीती सुनाकर ठगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।