नई दिल्ली(ए)। पापुआ न्यू गिनी के एंगा प्रांत में विनाशकारी भूस्खलन के बाद भारत मदद के लिए आगे आया है। जिसके चलते पापुआ न्यू गिनी में 13 टन आपदा राहत सामग्री भेजी गई। समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार पापुआ न्यू गिनी के एंगा प्रांत में विनाशकारी भूस्खलन के मद्देनजर, भारत ने करीबी एफआईपीआईसी भागीदार को 1 मिलियन अमेरिकी डॉलर की तत्काल सहायता की घोषणा की थी। जिसके तहत लगभग 19 टन मानवीय सहायता और आपदा राहत सामग्री (HDR) आपूर्ति लेकर एक विमान पापुआ न्यू गिनी के लिए रवाना हुआ है।
समाचार एजेंसी की मानें तो सहायता में 13 टन आपदा राहत सामग्री शामिल हैं। जिसमें अस्थायी आश्रय, पानी के टैंक, स्वच्छता किट और खाने के लिए तैयार भोजन और 6 टन आपातकालीन उपयोग की दवाएं, चिकित्सा शामिल हैं डेंगू और मलेरिया डायग्नोस्टिक किट, शिशु आहार आदि सहित उपकरण हैं।
- 24 मई को हुए भूस्खलन
गौरतलब है कि 24 मई को पापुआ न्यू गिनी के एंगा प्रांत में भारी भूस्खलन हुआ था। इस दौरान बड़ी तबाही हुई, साथ ही सैकड़ों लोग भी। पापुआ न्यू गिनी की मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, भूस्खलन में दो हजार से अधिक लोगों की मौत हुई है।