नईदिल्ली (ए)। पहले चार चरणों के लोकसभा चुनाव के दिन और उसके बाद जारी अंतिम आंकड़े में बड़े इजाफे पर लगातार सवाल उठा रही कांग्रेस ने कहा है कि वोटिंग के रियल टाइम और अंतिम आंकड़े से जुड़े कुछ प्रश्न अब भी अनुत्तरित हैं, जिसका चुनाव आयोग को जवाब देना चाहिए। कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने एक बयान में मतदान के बाद वोटिंग प्रतिशत के आंकड़े में बढ़ोतरी को लेकर पार्टी की आशंकाएं जाहिर करते हुए कहा कि पहले चारों चरणों में 380 लोकसभा सीटों पर अंतिम आंकड़े में 1.07 करोड़ वोट चुनाव के इतिहास में अंतिम आंकड़े में कभी ऐसी बढ़ोतरी नहीं हुई और यह कैसे बढ़ा।
खेड़ा ने कहा कि इसलिए लोगों के मन में चुनाव प्रक्रिया को लेकर संशय है जिसे दूर करने की सबसे पहले जिम्मेदारी चुनाव आयोग की है क्योंकि देश में हर वोटर को चिंता है कि यह क्या हो रहा है, क्या कोई धांधली हो रही है? कई सवाल अनुत्तरित हैं जिसमें सबसे बड़ा सवाल है कि लाखों की संख्या में जसे ईवीएम गायब हुए थे वे कहां हैं? चुनाव आयोग से बार-बार हमने पूछा लेकिन कोई जवाब नहीं आया।
जयराम रमेश ने खेड़ा के बयानों का किया समर्थन
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि इसलिए लोगों के मन में पैदा हो रही शंका जायज हैं और इससे जुड़े सवालों का जवाब देना चुनाव आयोग की जिम्मेदारी है। कांग्रेस के संचार महासचिव जयराम रमेश ने खेड़ा के बयानों का समर्थन करते हुए कहा कि 1.07 करोड़ वोटों के इस अंतर के हिसाब से प्रत्येक लोकसभा सीट पर 28,000 की वृद्धि होती है, जो कि बहुत बड़ा नंबर है।
उन्होंने कहा कि यह अंतर उन राज्यों में सबसे ज्यादा है जहां भाजपा को अच्छी-खासी सीटों के नुकसान होने की गुंजाइश है। आखिर यह हो क्या रहा है?