नईदिल्ली (ए)। Holika Dahan 2024 Date Time|होलिका दहन 24 मार्च को है. शास्त्र व पंचांग के अनुसार रंगोत्सव होली 26 मार्च को है, लेकिन सरकारी कार्यालयों में 25 मार्च को ही होली की छुट्टियां घोषित है. इस वजह से आम लोग 25 को भी होली खेलेंगे और 26 को भी होली का त्योहार मनाया जायेगा.
Holika Dahan 2024 Date Time: 9:24 बजे से लग रहा पूर्णिमा
रविवार को सुबह 9:24 बजे के बाद से पूर्णिमा लग रहा है. पूर्णिमा में भद्रा लग जाने के कारण रात में 10:27 बजे के बाद होलिका दहन होगा. इस दिन भद्रा सुबह नौ बजकर 24 मिनट से लेकर रात 10 बजकर 27 मिनट तक रहेगा.
रात को 10:27 बजे के बाद होगा होलिका दहन
इस कारण रात 10 बजकर 27 मिनट के बाद ही होलिका दहन किया जायेगा. वहीं, 25 मार्च को दिन के 11.31 बजे तक पूर्णिमा रहने के कारण पूरा दिन पूर्णिमा का मान्य है. इसी दिन स्नान दान की पूर्णिमा भी है.
सभी जगहों पर 26 मार्च को मनेगा रंगों का त्योहार
इस दिन सिर्फ वाराणसी में होली खेली जायेगी. शास्त्र के अनुसार अन्य सभी जगहों पर रंगों का त्योहार होली 26 मार्च को मनायी जानी चाहिए. पंडित कौशल कुमार मिश्र ने कहा कि वाराणसी पंचांग के अनुसार, पूर्णिमा के दिन होली का त्योहार नहीं मनाया जाता है.
26 मार्च को चैत्र मास के कृष्ण पत्र की प्रतिपदा भी
इस कारण होली 26 को मनायी जायेगी. इसी दिन उदयाकाल में चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा भी है. इस कारण यह त्योहार मनाया जाता है. इसी दिन होलिका के भस्म को भी ग्रहण किया जायेगा.
चुटिया में होलिका दहन
चुटिया में प्राचीन श्रीराम मंदिर के समीप शनिवार को धूमधाम से होलिका दहन किया गया. कार्यक्रम का आयोजन फग डोल जतरा मेला समिति की ओर से किया गया.
एक ही वार में पाहन ने काट डाली अरंडी की डाल
मुहूर्त के अनुसार, रात 10:30 बजे पाहन स्नान कर एक लोटा जल और फरसा लेकर फगुआ काटने आये और एक ही वार में अरंडी की डाल को काट दिया.
पूजा-अर्चना के बाद हुआ होलिका दहन
इसके बाद राम मंदिर के महंत गोकुल दास ने पूजा-अर्चना कर होलिका दहन किया. उल्लेखनीय है कि चुटिया में होलिका से एक दिन पहले ही होलिका दहन की परंपरा है.
होलिका दहन के उपाय
- अगर आप या आपके परिवार में कोई व्यक्ति लंबे समय से किसी प्रकार के शारीरिक रोग से पीड़ित है तो होलिका दहन के दिन यह खास उपाय करना आपके लिए लाभकारी रहेगा. घर से उतारा गए टोटके और शरीर के उबटन को होलिका में जला दें. ऐसा करने से सारे शारीरिक कष्ट दूर हो जाते हैं.
- जलती हुई होलिकाग्नि के चारों ओर हाथ जोड़कर तीन बारी परिक्रमा करें. होलिका दहन के दिन यह काम करने से सारी शारीरिक कमजोरी दूर होती है और शरीर ऊर्जावान बनता है.
- होलिका दहन की बची राख को मरीज के सोने वाली जगह पर छिड़कें. माना जाता है कि इस राख के शरीर में लगने से पुरानी से पुरानी बीमारी से भी जल्द छुटकारा मिलने लगता है.
- होलिका दहन में भस्म हुई लकड़ी की राख का तिलक लगाने से निरोगी काया का आशीर्वाद मिलता है. इस राख के शुभ प्रभाव से बुरी नजर से भी बचाव होता है.
- होलिका दहन के दिन घर से उतारा गए टोटके होलिका में जलाने से घर की सारी नकारात्मक शक्तियां दूर हो जाती हैं. इससे तरक्की में आ रही बाधाएं भी दूर होती हैं.
- होलिका दहन की राख को घर के चारों ओर और घर के मुख्य दरवाजे पर छिड़त दें. ऐसा करने से घर में नकारात्मक शक्तियों का प्रवेश नहीं हो पाता है और घर में सुख-शांति रहती है.
- शादी में आ रही बाधाओं को दूर करने के लिए भी होलिका दहन का दिन अति उत्तम माना जाता है. एक पान के पत्ते पर साबूत सुपारी और हल्दी की गांठ लेकर इसे होलिका में दहन करें. इससे जल्द विवाह के योग बनते हैं.