नई दिल्ली (ए)। ऐतिहासिक शहर जयपुर में पीएम नरेन्द्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों के बीच द्विपक्षीय वार्ता संपन्न हुई। यह वार्ता दोनों नेताओं के रोड शो में हिस्सा लेने के बाद हुई। मुलाकात में द्विपक्षीय मुद्दों के साथ ही क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की गई। इस दौरान दोनों नेताओं ने भारत और फ्रांस के बीच रणनीतिक संबंधों को और प्रगाढ़ करने का फैसला किया।
पीएम मोदी और राष्ट्रपति मैक्रों के बीच पिछले एक वर्ष के दौरान यह सातवीं बैठक है, जो इन दोनों रणनीतिक सहयोगी देशों के बीच घनिष्ठ होते संबंधों को भी बताती है। बैठक से पहले मोदी और मैक्रों ने जंतर-मंतर और हवा महल जैसे विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों का भ्रमण किया और साथ-साथ एक दुकान पर चाय की चुस्की भी ली। उल्लेखनीय बात यह रही कि चाय का भुगतान पीएम मोदी ने यूपीआइ से किया। दोनों देशों के बीच डिजिटल भुगतान पर सहयोग को लेकर बातचीत जारी है।
राष्ट्रपति मैक्रों भारत की दो दिवसीय यात्रा पर आए हुए हैं। शुक्रवार को गणतंत्र दिवस के अवसर पर वह राजकीय मेहमान होंगे। मैक्रों का जयपुर में भव्य स्वागत किया गया। पहले उन्होंने विदेश मंत्री एस जयशंकर के नेतृत्व में आमेर फोर्ट का भ्रमण किया। उसके बाद पीएम मोदी के साथ एक खुले वाहन में रोड शो किया। इसके बाद लग्जरी होटल रामबाग पैलेस में दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई। भारत की तरफ से विदेश मंत्री जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, विदेश सचिव विनय क्वात्रा समेत कुछ दूसरे अधिकारियों ने भी इसमें हिस्सा लिया।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने मोदी-मैक्रों वार्ता को उपयोगी बताया और कहा कि उन्होंने व्यापक द्विपक्षीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया। जायसवाल ने एक्स पर पोस्ट किया, प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति मैक्रों के बीच जयपुर में सार्थक चर्चा हुई। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों का जायजा लिया और व्यापक द्विपक्षीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया। देर रात तक जो जानकारी सामने आई है, उसके मुताबिक दोनों देशों के बीच सुरक्षा और अंतरिक्ष क्षेत्र में सहयोग को लेकर खास तौर पर बात हुई है।
पीएम मोदी की जुलाई, 2023 में पेरिस यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच होरीजन-2047 रोडमैप पर हस्ताक्षर हुआ था। दोनों देशों ने द्विपक्षीय रिश्तों की सौवीं वर्षगांठ को देखते हुए अपने रणनीतिक रिश्तों में नई ऊर्जा भरने की मंशा बनाई है। गुरुवार को मोदी और मैक्रों के बीच वार्ता में इस रोडमैप की समीक्षा की गई। सुरक्षा संबंध भी प्रमुखता से कवर किए गए हैं।
पिछले पांच वर्षों में फ्रांस भारत का एक प्रमुख रक्षा साझेदार देश बन गया है। भारतीय वायु सेना की तरफ से राफेल युद्धक विमानों की खरीद के बाद यह रिश्ता और मजबूत हुआ है। फ्रांस भारत की नौसेना को भी इन जहाजों की आपूर्ति करने को उत्सुक है। भारत ने फ्रांस से तीन स्कोर्पियन पनडुब्बियां खरीदने का भी समझौता किया है।