अयोध्या ए)। अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियां अपने अंतिम दौर में हैं. हजारों लोगों को इस समारोह में शामिल होने के लिए निमंत्रण भेजा गया है. प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने से कांग्रेस (Congress) आलाकमान ने इनकार कर दिया है. वहीं, अब इस कार्यक्रम में शामिल होने या ना होने को लेकर समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के मुखिया अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने भी स्थिति साफ कर दी है.
दर्शन करने जाएंगे अखिलेश यादव
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय को लिखे एक पत्र में अखिलेश यादव ने कहा कि वो प्राण प्रतिष्ठा के बाद दर्शन करने आएंगे. अपने खत में उन्होंने निमंत्रण मिलने के लिए धन्यवाद कहा. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ये कार्यक्रम सकुशल संपन्न हो. वो अपने परिवार के साथ इस कार्यक्रम के बाद दर्शनार्थी बनकर आएंगे.
पहले कही थी बात
वहीं, इससे पहले शुक्रवार को पत्रकारों से वार्ता करते हुए अखिलेश यादव ने कहा था कि उन्हें निमंत्रण नहीं मिला. अखिलेश यादव ने बताया था कि उन्हें अयोध्या में होने जा रहे भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का निमंत्रण ना तो व्यक्तिगत रूप से और ना ही कोरियर से मिला है. उन्होंने ये भी कहा था कि अगर उन्हें निमंत्रण कोरियर से भेजा गया है तो उसकी रसीद उन्हें दिखा दी जाए, ताकि ये पता चल सके कि निमंत्रण सही पते पर ही भेजा गया है या नहीं.
VHP के अध्यक्ष ने दिखाई रसीद
अखिलेश यादव के इस बयान के बाद विश्व हिंदू परिषद के अंतर्राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष अलोक कुमार ने कहा था कि अखिलेश यादव ने मीडिया से कहा है कि उनको अयोध्या के श्री रामजन्मभूमि मंदिर में भगवान की प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण अभी नहीं मिला है. उन्होंने ये भी कहा है कि अगर उनको निमंत्रण पत्र के डिस्पैच होने के नंबर इत्यादि मिल जाएं तो वो निमंत्रण को दिखवा लेंगे, इसके बाद अलोक कुमार ने स्पीड पोस्ट से निमंत्रण भेजे जाने की रसीद सोशल मीडिया पर भी साझा की थी.