नागपुर (ए)। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि राज्य सरकार राज्य में जाति जनगणना कराने से पहले जनता से राय लेगी। शिंदे ने रेशिमबाग स्थित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) मुख्यालय में मीडियाकर्मियों से कहा, ”महाराष्ट्र एक प्रगतिशील राज्य है। राज्य में सामाजिक एवं धार्मिक सद्भाव कायम है। हम यहां कानून एवं व्यवस्था की अच्छी स्थिति बनाए रखते हैं। हमारी सरकार जनता की सरकार है और हम इस मुद्दे पर लोगों से राय जरूर लेंगे।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र की संस्कृति बिल्कुल अलग है और विभिन्न धर्मों और संस्कृतियों के लोग शांति से रहते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा, “हमारी आम आदमी सरकार है, कोई भी मुझसे मिल सकता है। हम हिंदुत्व पर दृढ़ हैं और दिवंगत बालासाहेब ठाकरे की विरासत का पालन कर रहे हैं।” दिलचस्प बात यह है कि आरएसएस देश में जातीय जनगणना का विरोध करता रहा है।
आरएसएस विदर्भ क्षेत्र के प्रमुख श्रीधर गाडगे ने कहा, “जाति जनगणना समाज में असमानता लाएगी। जाति जनगणना कराने से आम लोगों को कोई लाभ नहीं होगा।