अयोध्या (ए)। भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में भव्य राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से पहले श्रीराम अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से हवाई सेवा की शुरुआत 30 दिसंबर से होगी। आधिकारिक प्रवक्ता ने गुरुवार को बताया कि जनवरी में भव्य श्रीराम मंदिर में होने वाली प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से पहले अयोध्या जिले में हवाई सेवाएं प्रारंभ हो जाएंगी। नवनिर्मित हवाई अड्डे पर 30 दिसंबर को ही उद्घाटन के लिए पहला विमान पहुंच जाएगा।
एयरपोर्ट के संचालन के लिए पूरी हो चुकी है लाइसेंसिंग की प्रक्रिया
जिलाधिकारी नीतीश कुमार के मुताबिक एयरपोर्ट के संचालन के लिए लाइसेंसिंग की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। जनवरी में राम भक्तों को अयोध्या से दिल्ली और अयोध्या से अहमदाबाद की हवाई यात्रा की सुविधा मिलने लगेगी। वहीं 30 दिसंबर को एयरपोर्ट पर दिल्ली से उद्घाटन फ्लाइट भी पहुंच जाएगी। एयरपोर्ट पर छह जनवरी से कमर्शियल बुकिंग शुरू होगी। प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और वीके सिंह ने कुछ दिन पहले ही एयरपोर्ट का निरीक्षण किया था। अधिकारियों को 15 दिसंबर तक काम पूरा करने के आदेश दिए गए थे। अधिकारियों ने आश्वस्त किया था कि काम युद्ध स्तर पर जारी है और तय सीमा पर काम पूरा कर दिया जाएगा। परियोजना में शामिल कुल 821.34 एकड़ भूमि का अधिग्रहण भी पूरा हो चुका है।
टर्मिनल बिल्डिंग का निर्माण कार्य 98 फीसदी पूरा
प्रवक्ता ने बताया कि मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का काम आखिरी स्टेज में है। रनवे बनकर तैयार हो गया है। एयरपोर्ट के रनवे की लंबाई 2200 मीटर व 45 मीटर चौड़े रनवे का कार्य शत-प्रतिशत पूर्ण है। दूसरे चरण में रनवे 3700 मीटर का हो जाएगा। टर्मिनल बिल्डिंग का निर्माण कार्य 98 फीसदी पूरा हो गया है। जबकि रनवे का कार्य पूरा कर लिया गया है। अब श्रीराम एयरपोटर् 50 हजार स्क्वायर फीट का हो जाएगा। रनवे पर नाइट लैंडिंग के लिए सभी इक्वीपमेंट लगा दिए गए हैं।
एक साथ आठ एयरक्राफ्ट पार्किंग की सुविधा उपलब्ध
कोहरे और धुंध में लैंडिंग के लिए कैट वन और रेसा सुविधाओं का काम भी पूरा हो गया है। लैंडिंग लाइट्स भी लगा दी गई है। एटीसी टावर बनाया जा चुका है। फायर स्टेशन बनाया जा चुका है। एयरपोर्ट के लिए फायर ब्रिगेड की गाड़ियां भी आ गई हैं। यहां पर एक साथ आठ एयरक्राफ्ट पार्किंग की सुविधा उपलब्ध है। परियोजना में शामिल कुल 821.34 एकड़ भूमि का अधिग्रहण भी पूरा हो चुका है।
भविष्य में रनवे को 3750 मी तक बढ़ाए जाने की योजना
टर्मिनल बिल्डिंग में कुल 500 यात्रियों के आवागमन की क्षमता है। 200 वाहन पार्किंग 150 कार एव 50 बड़े वाहन की सुविधा भी है। इसके अलावा 1 एप्रेन का निमार्ण कार्य पूरा हो चुका है। परियोजनाओं की कुल स्वीकृति लागत 328 करोड़ रुपए हैं। भविष्य में रनवे को 3750 मी तक बढ़ाए जाने की योजना है। गौरतलब है कि मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम अंतरराष्ट्रीय एयरपोटर् बिल्कुल उसी तरह बनाया जा रहा है जिस तरह श्रीराम मंदिर का निर्माण हो रहा है। यहां तक कि उसमें भी वही पत्थर लगाए जा रहे हैं और वैसी ही नक्काशी की जा रही है। एयरपोटर् पर उतरने के साथ ही यात्रियों को अयोध्या श्रीराम जन्मभूमि मंदिर का एहसास ही नहीं होगा बल्कि उसकी झलक भी दिखाई देगी।