नईदिल्ली (ए)। संसद में जारी शीतकालीन सत्र के दौरान बुधवार को एक बड़ा हादसा हुआ। दो अनजान लोग संसद की कार्यवाही के दौरान ही दर्शक दीर्घा से संसद की गैलरी में कूद गए। दोनों प्रदर्शनकारियों ने अपने इस हंगामे के दौरान संसद में स्मोक बम का इस्तेमाल किया और पूरी पार्लियामेंट को धुआं-धुआं कर दिया। स्मोक बम की बात करें तो वर्तमान में अलग-अलग तरह के स्मोक बम देखने को मिलते हैं, जिनसे रंगीन धुआं निकलता है। बुधवार को संसद में जो स्मोक बम का अटैक हुआ, उसमें भी पीला और लाल रंग का धुआं निकलता हुआ दिखाई दिया, जो संसद भवन के भीतर और फिर बाहर जब प्रदर्शनकारियों को पकड़कर ले जाया गया था, उस वक्त दिखाई दिया। स्मोक क्रैकर एक तरह का हानिकारक पटाखा है जिसका इस्तेमाल उत्सव में तो किया ही जाता है साथ ही साथ इमरजेंसी के दौरान सिग्नल देने में भी इसे इस्तेमाल में लाया जाता है। यह कई कलर ऑप्शंस में आता है और इससे कई किलोमीटर दूर से भी सिग्नल दिया जा सकता है। स्मोक क्रैकर वैसे तो खतरनाक नहीं होता है लेकिन इस से अगर छेड़छाड़ की जाए तो यह खतरनाक भी साबित हो सकता है। देखने में यह किसी ग्रेनेड जैसा लगता है और कई लोग इसका इस्तेमाल फेक कर भी करते हैं। मार्केट में इसकी कीमत ₹500 से लेकर ₹2000 तक होती है। संसद में इसका इस्तेमाल प्रदर्शनकारियों ने किया है और इस दौरान स्मोक क्रैकर से रंगीन धुआं निकलता देखा गया है।
जानें क्या होता है स्मोक बम, जिसके इस्तेमाल से संसद में मच गई अफरातफरी
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