हैदराबाद (ए)। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने रविवार को आगे की चुनौतियों पर जोर दिया और कहा कि ये लोकतंत्र के अस्तित्व की चिंता हैं और हमारा लक्ष्य 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराना होना चाहिए जब महात्मा गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष बनने के 100 साल पूरे हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी को सबसे उचित श्रद्धांजलि 2024 में भाजपा को सत्ता से बाहर करना होगा। कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की यहां हो रही बैठक के दूसरे दिन खड़गे ने कहा, “हम सभी आगे आने वाली चुनौतियों से अवगत हैं। ये चुनौतियां सिर्फ कांग्रेस की नहीं हैं, बल्कि ये भारतीय लोकतंत्र के अस्तित्व और भारतीय संविधान के संरक्षण की चिंता को लेकर हैं।” केंद्र की भाजपा सरकार की आलोचना करते हुए खड़गे ने कहा कि महाराष्ट्र के मुंबई में इंडिया ब्लॉक के नेताओं की बैठक के दौरान सरकार ने ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ पर एक समिति बनाई। उन्होंने आरोप लगाया, ”अपने एजेंडे के लिए, उन्होंने सभी परंपराएं तोड़ दीं और पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद को समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया।” उन्होंने कहा कि यह सरकार ऐसे कदम उठाने के लिए जानी जाती है जिसका कोई मतलब नहीं होता।
कांग्रेस नेता ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि कांग्रेस ने ही संविधान की नींव रखी थी, और “इस प्रकार संविधान की रक्षा करना हमारा कर्तव्य है” और हमें अपनी आखिरी सांस तक लड़ना होगा।
“हमारा लक्ष्य 2024 के लोकसभा चुनावों में भाजपा को हराना और देश में एक वैकल्पिक सरकार बनाने के लिए परिश्रमपूर्वक काम करना होना चाहिए। अगले साल कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में महात्मा गांधी के चुने जाने की शताब्दी भी है और 2024 में भाजपा को सत्ता से बाहर करना महात्मा गांधी को सबसे उपयुक्त श्रद्धांजलि होगी।”
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने रविवार को पार्टी नेताओं से अनुशासन एवं एकजुटता का आह्वान किया। उन्होंने नेताओं से कहा कि वे अपने व्यक्तिगत मतभेदों को दूर रखकर कांग्रेस की सफलता को प्राथमिकता दें और ऐसा कुछ नहीं करें, जिससे पार्टी को नुकसान हो।.
खरगे ने पार्टी की विस्तारित कार्य समिति की बैठक में कांग्रेस नेताओं से आगामी चुनावों के लिए तैयार रहने की अपील करते हुए कहा कि देश में बदलाव के संकेत हैं और कर्नाटक एवं हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव के नतीजे इस बात का प्रमाण हैं।.
उन्होंने यह भी कहा कि महत्वपूर्ण लोकसभा चुनावों से पहले, इस साल के अंत में पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव भी होने हैं। इसलिए पार्टी को इन सभी राज्यों और जम्मू-कश्मीर में संभावित विधानसभा चुनावों के लिए भी तैयार रहना चाहिए।
खड़गे ने छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार के कार्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि दोनों राज्य सरकारों ने सामाजिक न्याय और कल्याणवाद का एक नया मॉडल पेश किया है।
उन्होंने कहा, “हमें इन कल्याणकारी योजनाओं का पूरे देश में प्रचार करना चाहिए।” उन्होंने सीडब्ल्यूसी में मौजूद प्रदेश अध्यक्षों और विधायक दल के नेताओं से भी पूछा कि क्या उन्होंने ब्लॉक और जिला स्तर पर अपनी समितियां तैयार कर ली हैं और क्या वे नियमित अंतराल पर कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं और क्या उन्होंने संभावित उम्मीदवारों की पहचान करनी शुरू कर दी है। उन्होंने पार्टी नेताओं को चेतावनी देते हुए कहा कि यह हमारे लिए आराम करने का समय नहीं है।