शिमला (ए)। हिमाचल प्रदेश में 24 घंटों में बारिश ने कहर बरपाया है। इस अवधि में प्रदेश में 51 से ज्यादा लोगों की माैत हो गई है। ये माैतें भूस्खलन, बादल फटने व बारिश से भवनों को हुए नुकसान के हादसों से हुई है। इनमें से नौ लोगों की मौत शिमला में भूस्खलन के बाद मलबे में दबने से हुई।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बताया कि समर हिल इलाके में एक शिव मंदिर और फागली इलाके में एक अन्य स्थान पर भूस्खलन हुआ और मलबे से नौ शवों को बाहर निकाला गया है। फागली इलाके में कई मकान मिट्टी में धंस गए।.इन दोनों स्थानों पर 15 और लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है।
सोलन में बादल फटने से एक ही परिवार के सात सदस्यों की मौत हो गयी।.सोलन के पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह ने बताया कि मृतकों की शिनाख्त हरनाम (38), कमल किशोर (35), हेमलता (34), राहुल (14), नेहा (12), गोलू (8) और रक्षा (12) के रूप में की गयी है।हमीरपुर में उपायुक्त ने बताया कि जिले में मूसलाधार बारिश के कारण तीन लोगों की मौत हो गयी जबकि दो अन्य लापता हैं। उन्होंने जिले के सभी निवासियों से खराब मौसम के मद्देनजर खास एहतियात बरतने और अनावश्यक रूप से घर से बाहर निकलने से बचने की अपील की है।.मंडी के उपायुक्त अरिंदम चौधरी ने बताया कि जिले की सेघली पंचायत में रविवार देर रात को भूस्खलन में एक ही परिवार के सात सदस्यों की मौत हो गयी जिनमें दो साल का बच्चा भी शामिल है। तीन लोगों को बचा लिया गया। लगातार हो रही बारिश की वजह से मंदिर में रेस्क्यू ऑपरेशन में दिक्कत हो रही है। पहाड़ी से अभी भी पत्थर गिर रहे हैं। मंदिर के ऊपर मलबे के साथ चार से पांच पेड़ आ गिरे। इससे ज्यादा नुकसान हुआ है। SDRF, ITBP, पुलिस और स्थानीय लोग रेस्क्यू में जुटे हुए हैं। जेसीबी मशीन से मलबा हटाया जा रहा है।