सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के प्लेट मिल में सुरक्षा पुरस्कार सम्मान कार्यक्रम का आयोजन प्लेट मिल के सभागार में मुख्य महाप्रबंधक (प्लेट मिल) श्री आर के बिसारे के मुख्य आतिथ्य में सम्पन्न हुआ।
मुख्य अतिथि ने अपने उद्बोधन में कहा कि सुरक्षा हम सब की सामूहिक जिम्मेदारी है। हमें सबसे पहले अपनी सुरक्षा, अपने साथियों की सुरक्षा तथा मशीनों की सुरक्षा के साथ-साथ कार्यस्थल में बेहतर हाउसकीपिंग एवं इलुमिनेशन को भी ध्यान में रखना है। हमें नियर मिस केस के बारे में जागरूक होना आवश्यक है। प्लेट मिल परिवार के हमारे समस्त कर्मचारियों एवं अधिकारियों को उत्पादन, उत्पादकता, गुणवत्ता के साथ-साथ सुरक्षा पर भी अत्यधिक ध्यान देना है। सुरक्षा को प्रत्येक कामगार की आदतों में शामिल करने हेतु भिलाई इस्पात संयंत्र के सराहनीय पहल को अनवरत बनाये हुए प्लेट मिल ने सुरक्षा को अपनी प्राथमिकता में लेकर सुरक्षा-आदतों को प्रोत्साहन दे रहा है।
इसी कड़ी में मुख्य महाप्रबंधक (प्लेट मिल) श्री आर के बिसारे ने विभाग के कार्मिकों श्री कौशल, श्री अजय विश्वकर्मा, सुरक्षा अनमोल से श्री प्रमोद, श्री नेमीचंद, श्री नारायण, श्री राजकुमार, सुरक्षा दक्ष से श्री संजय साहू, श्री कुलेश्वर साहू, श्री खेमचंद, श्री बीरंेन्द्र कुमार, श्री राजेश, श्री शोमिम, श्री देवानंद साह, श्री विजय देवांगन, श्री देवल कुमार, श्री राजा यादव, श्री इंद्रजीत ठाकुर, श्री अपूप, श्री गिरेन्द्र, श्री प्रभात कुमार देवांगन को सुरक्षा के प्रति उनके उत्कृष्ट कार्यो हेतु सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में विशेष अतिथियों के रूप में महाप्रबंधक (प्रचालन एवं विद्युत) श्री एस के वर्मा, महाप्रबंधक (प्रचालन) श्री एच के बहुरूपी, महाप्रबंधक (यांत्रिकी) श्री जे सुधाकर, महाप्रबंधक (प्रचालन) श्री डी राय, महाप्रबंधक एवं विभागीय सुरक्षा अधिकारी, श्री डी सारंगी तथा महाप्रबंधक श्री सुमन मित्रा, महाप्रबंधक श्री संजय कुमार, महाप्रबंधक श्री संजय त्रिपाठी, उप महाप्रबंधक श्री राजेश गुप्ता सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारीगण उपस्थित थे। कार्यक्रम में उपस्थित विशेष अतिथियों ने भी अपने विचार व्यक्त किये।
कार्यक्रम का संचालन महाप्रबंधक एवं विभागीय सुरक्षा अधिकारी श्री डी सारंगी ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में कार्मिक विभाग की ओर से श्री विजय कुमार सहायक प्रबंधक (कार्मिक-मिल्स जोन-3) अतिरिक्त श्रम कल्याण अधिकारी श्री सुखचंद तथा श्री श्यामल बैनर्जी ने अपना योगदान दिया।