सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के सीएसआर विभाग के तत्वाधान में नारी सशक्तिकरण के उद्देश्य को पूरा करने के लिए महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने हेतु रायपुर नाका के स्लम बस्ती वार्ड क्रमांक 47 में छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड की सहायता से 25 महिलाओं के लिए कशीदाकारी प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। इसका उद्देश्य आत्मनिर्भरता के साथ साथ महिलाओं का पारिवारिक आर्थिक सहयोग में सक्रिय भागीदारी को बढ़ाना था। यह प्रशिक्षण 3 महीने तक प्रदान किया गया। इस प्रशिक्षण में सभी महिलाओं को 3000 रुपये प्रति माह की दर से मानदेय भी प्रदान किया गया।
इस शिविर का शुभारंभ 4 फरवरी 2023 को तथा समापन 3 मई 2023 को हुआ। जिसका समापन समारोह 6 मई 2023 को आयोजित किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में मुख्य महाप्रबंधक (विपणन) श्रीमती सुष्मिता डे उपस्थित थी तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता महाप्रबंधक (सीएसआर) शिवराजन नायर ने की। इसके अलावा कार्यक्रम में वरिष्ठ प्रबंधक (सीएसआर) श्री सुशील कामड़े, प्रबंधक (छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड) श्री सी ए केहरी, पार्षद श्रीमती कविता तांडी, समाजसेवी डॉ देव नारायण तांडी, श्री बुधेलाल, श्री शरद साहू, श्री नीतीश आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती रजनी रजक द्वारा किया गया।
इस शिविर में महिलाओं को प्रशिक्षण देने हेतु प्रशिक्षक श्रीमती निशा गोयल का विशेष योगदान रहा। प्रशिक्षण में लगने वाले उपकरण और कच्चे माल की आपूर्ति छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प बोर्ड द्वारा किया गया। इस प्रशिक्षण हेतु शहरी क्षेत्र के चुनाव करने का कारण ग्रामीण क्षेत्र की अपेक्षा शहरी क्षेत्र में कढ़ाई के प्रति अधिक रुझान है। इस शिविर में लगभग 10-12 तरह के विभिन्न कढ़ाई जैसे ज़रदोजी, गोटापट्टी, मिरर, फुलकारी, चिकनकारी, कांथा, कसूती आदि का प्रशिक्षण दिया गया।
इस प्रशिक्षण के समापन पर कुछ महिलाओं ने बताया कि वे इस कौशल विकास से लाभान्वित हुई हैं और ये प्रशिक्षण निश्चित रूप से उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।