आरक्षण संशोधन विधेयक पर राज्यपाल के हस्ताक्षर की मांग को लेकर कांग्रेस की जन अधिकार रैली के बीच कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से मिलने राजभवन पहुंचा। मुलाकात के बाद प्रतिनिधिमंडल ने मीडिया से चर्चा में बताया कि राज्यपाल ने विस्तार से चर्चा के बाद विधेयक पर हस्ताक्षर की बात कही है। इस प्रतिनिधिमंडल में मंत्री, विधायक और संसदीय सचिव शामिल थे।
इधर, जन अधिकार रैली को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, आरक्षण बिल को विधानसभा में सर्वसम्मति से पास किया। लेकिन राजभवन को अखाड़ा बनाकर आपको मिलने वाले आरक्षण में बाधा डालने का काम भाजपा कर रही है। मिनट में हस्ताक्षर करने का कहने वाली राज्यपाल जी 1 महीने के ऊपर हो जाने पर भी हस्ताक्षर नहीं कर रही हैं।मुख्यमंत्री ने कहा, महीना भी बदल गया और साल भी बदल गया। राज्यपाल जी हठधर्मिता छोड़ें। या तो दस्तख़त करें या फिर विधेयक विधानसभा में वापस लौटा दें। राज्यपाल जी राजभवन के अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर सरकार से सवाल पूछ रही हैं। आरक्षण रुक जाने के कारण न कालेजों में एडमिशन हो पा रहे हैं, न नयी भर्तियां निकल पा रही हैं। “हाथ से हाथ जोड़ो अभियान” में अब एक मुद्दा भाजपा द्वारा आरक्षण को रोके जाना भी जोड़ा जाएगा। भाजपा नहीं चाहती कि आदिवासी, किसानों, महिलाओं, अनुसूचित, पिछड़ों के जीवन में परिवर्तन आए।अंत में मुख्यमत्री बघेल ने कहा, लड़ेंगे, जीतेंगे। आवाज़ दो… हम एक हैं। इससे पहले कांग्रेसी नेताओं ने जन अधिकार रैली को संबोधित किया।