Home छत्तीसगढ़ स्वस्थ एवं दीर्घायु रहने के लिए आयुर्वेद को अपनाएं

स्वस्थ एवं दीर्घायु रहने के लिए आयुर्वेद को अपनाएं

by Surendra Tripathi

धनवंतरी जयंती के अवसर पर महापौर श्रीमती हेमा देशमुख ने आज चिखली में शासकीय आयुष पाली क्लीनिक द्वारा आयोजित एक दिवसीय जिला स्तरीय आयुष स्वास्थ्य मेला व शिविर का शुभारंभ किया। महापौर श्रीमती देशमुख ने कहा कि भारतीय संस्कृति में स्वस्थ एवं दीर्घायु होने के लिए प्राचीन काल से आयुर्वेद की परंपरा रही है। चरक संहिता एवं वेदों में इसकी जानकारी मिलती है। हमारे बुजुर्गों ने आयुर्वेद को अपनाया है और हम उनसे सीखते आए है। समय की रफ्तार में अपनी जमीन नहीं छोडऩा चाहिए। हमारे ऋषि-मुनि स्वस्थ्य रहने के लिए आयुर्वेद के बारे में बताते है। स्वस्थ एवं दीर्घायु रहने के लिए आयुर्वेद को अपनाएं। हर घर में आयुर्वेद है। नीम, तुलसी, जामुन, आंवला, अदरक, जीरा, तिल हर घर में होते है। जिनका दैनिक जीवन में उपयोग किया जाता है। आवश्यकता इस बात कि है कि हम इसका सही तरीके से उपयोग करना सीखें। पहले बुजुर्ग दीर्घायु होते थे एवं अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक होते थे। वर्तमान समय में फास्ट फूड की आदतें बच्चों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। हमें बच्चों को पौष्टिक एवं स्वास्थ्यवर्धक भोजन देना चाहिए। मुनगा भाजी, कुम्हड़ा भाजी सहित अन्य भाजी खिलाना सीखाएं। अंकुरित मूंग एवं चना बच्चों को देना चाहिए। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अभिभावकों को बच्चों के पौष्टिक भोजन के लिए बताएं। उन्होंने कहा कि योग को अपनाकर हम स्वस्थ रह सकते हैं।
अंत्यायवसायी वित्त विकास निगम के अध्यक्ष श्री धनेश पाटिला ने कहा कि आज की आधुनिक जीवन शैली ठीक नहीं होने के कारण कई तरह की बीमारियां हो रही है। हमारे जीवन में आयुर्वेद बहुत जरूरी है। प्रकृति ने हमें बहुत कुछ दिया है। जिनमें जड़ी-बूटी, औषधी गुणों से भरपूर है। इसका सही ढग़ से उपयोग करके जीवन शैली में अपनाएं तो फायदा होगा। सभी स्वस्थ रहने के लिए आयुर्वेद को अपनाएं। जिला आयुर्वेद अधिकारी डॉ. रमाकांत शर्मा ने आयुर्वेद के महत्व एवं उपचार से स्वस्थ्य रहने के संबंध में जानकारी दी।  कार्यक्रम में हर घर आयुर्वेद कार्यक्रम अंतर्गत योगदान के लिए श्री राहुल यादव तथा आयुर्वेद पोषक आहार के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता श्रीमती आरती सोनवानी, श्रीमती रूपलता टंडन, श्रीमती विनीता खोब्रागढ़े को सम्मानित किया गया।
जिला स्तरीय आयुष स्वास्थ्य मेला व शिविर में शिविर में लगभग 635 नागरिकों ने अपने स्वास्थ्य का परीक्षण कराया। जनसामान्य ने बल्डप्रेशर, डायबिटीज एवं हीमोग्लोबीन का परीक्षण कराया। बड़ी संख्या में नागरिक अपने स्वास्थ्य का परीक्षण कराने पहुंचे थे। इस अवसर पर मरीजों का औषधि का वितरण भी किया गया। खांसी, सर्दी, मधुमेह, ब्लडप्रेशर, लीवर, पेट संबंधी बीमारी के उपचार के लिए विभिन्न तरह की औषधियों वितरण किया गया। इस दौरान सभी नागरिकों को स्वास्थ्यवर्धक काढ़ा का वितरण किया गया। यहां सी-मार्ट का स्टॉल में दीपावली के लिए पूजन सामग्री उपलब्ध था। जनसामान्य को आयुर्वेद के प्रति जागरूक करने के लिए ब्रोशर का वितरण भी किया गया। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में नगर निगम महिला बाल विकास चेयरमेन एवं पार्षद वार्ड क्रमांक 4 श्रीमती बैना बाई टुर्हाट, पार्षद वार्ड क्रमांक 6 चिखली श्री अरविन्द वर्मा, पार्षद वार्ड क्रमांक 10 श्रीमती पूर्णिमा नागदेवे उपस्थित रहे। आयुष पाली क्लीनिक की प्रभारी अधिकारी डॉ. प्रज्ञा सक्सेना ने कार्यक्रम के अंत में आभार व्यक्त किया। आयुष पाली क्लीनिक में आयुर्वेदिक कार्यशाला का आयोजन किया गया। जहां डॉ. शोबी खान, डॉ. अमरनाथ शुक्ला एवं अन्य चिकित्सकों ने अपने विचार साझा किए। इस अवसर पर डॉ. सुरेन्द्र मेश्राम, डॉ. हर्षा दुबे, डॉ. योगेशवरी ठाकुर, डॉ. इकबाल, डॉ. पन्नालाल वासनिक एवं समस्त स्टाफ मौजूद रहे। डॉ. प्रांजली ने धनवंतरी वंदना एवं डॉ. पूजा अग्रवाल ने मंच संचालन किया।

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