राज्य में खरीफ फसलों की 33 लाख 22 हजार 30 हेक्टेयर बुआई हो चुकी है, जो निर्धारित लक्ष्य का 69 प्रतिशत है। अब तक खरीफ फसलों के तहत सर्वाधिक 22 लाख 01 हजार 770 हेक्टेयर में धान की बोता बोनी हुई है, जबकि 5 लाख 23 हजार 350 हेक्टेयर में धान की रोपाई हो चुकी है। इसके अलावा मोटे अनाज की 2 लाख 40 हजार 480 हेक्टेयर में, दलहन की 1 लाख 61 हजार 420 हेक्टेयर में, तिलहन की 93 हजार 850 हेक्टेयर में तथा सब्जी एवं अन्य फसलों की 01 लाख 01 हजार 160 हेक्टेयर में बुआई पूरी कर ली गई है।
कृषि विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य में धान की 27 लाख 25 हजार 120 हेक्टेयर में, मक्का की 01 लाख 77 हजार 350 हेक्टेयर में, कोदो-कुटकी की 50 हजार 50 हेक्टेयर में, रागी की 12 हजार 900 हेक्टेयर में इस प्रकार अनाज की कुल बोनी 29 लाख 65 हजार 600 हेक्टेयर में पूरी हो चुकी है, जो कि निर्धारित लक्ष्य का 78 प्रतिशत है। राज्य में दलहन फसलों की कुल बोनी 01 लाख 61 हजार 420 हेक्टेयर में हुई है, जिसमें अरहर 91 हजार 650, मूंग 10 हजार 160 हेक्टेयर में, उड़द 59 हजार 210 हेक्टेयर में तथा कुल्थी की 400 हेक्टेयर में बुआई शामिल हैं। तिलहन फसलों की बोनी 93 हजार 850 हेक्टेयर में हुई है, जिसमें मूंगफली 45 हजार 240 हेक्टेयर में, तिल 11 हजार 960 हेक्टेयर, सोयाबीन 36 हजार 650 हेक्टेयर में हुई बोनी शामिल हैं। साग-सब्जी और अन्य फसलों की बुआई 01 लाख 01 हजार 160 हेक्टेयर में पूरी कर ली गई है।
राज्य में चालू खरीफ सीजन में 5 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में धान की प्रचलित किस्मों के स्थान पर सुगंधित धान, जिंक धान, जैविक धान, मक्का, कोदो-कुटकी, दलहन और तिहलन की फसलों के साथ-साथ गन्ना की खेती को बढ़ावा देने के विशेष कार्यक्रम संचालित है। एक लाख 99 हजार 80 हेक्टेयर में प्रचलित धान के बदले अन्य फसलों के खेती के लिए 3 लाख 79 हजार 146 किसानों ने सहमति दी है। अब तक 73 हजार 919 किसानों द्वारा 44 हजार 327 हेक्टेयर क्षेत्र में गन्ना एवं अन्य उद्यानिकी फसलों की बुआई भी पूरी कर ली गई है।
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