राजनांदगांव –
मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान अंतर्गत जिले में बच्चों के सुपोषण की दिशा में कारगर कार्य किए जा रहे हैं। जिससे गंभीर कुपोषित बच्चों के वजन में वृद्धि हुई है। कलेक्टर श्री तारन प्रकाश सिन्हा के मार्गदर्शन में इसके लिए विशेष कार्य किए जा रहे हैं। कलेक्टर ने बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए निर्देश दिए हैं। सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों में पौष्टिक आहार दिया जा रहा है। उन्होंने कहा है कि इसके लिए कुपोषण को दूर करने के लिए जनसहभागिता जरूरी है। स्वयं सेवी संस्थाओं एवं जनसामान्य के सहयोग एवं समन्वय से कार्य करते हुए सुपोषण के प्रति जागरूकता लाने की आवश्यकता है।
कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास श्रीमती रेणु प्रकाश ने बताया कि गंभीर कुपोषित बच्चों को पोषण पुर्नवास केन्द्र भेजा जा रहा है। इसके लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा सक्रियतापूर्वक कार्य किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग से समन्वय करते हुए गंभीर कुपोषित चिन्हांकित बच्चों को पोषण पुर्नवास केन्द्र भेजा जा रहा है। उल्लेखनीय है कि जिले के आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों को सुरूचि पूर्ण पौष्टिक आहार दिया जा रहा है। उनके स्वास्थ्य का नियमित परीक्षण किया जा रहा है। समय पर टीका लगाने के साथ ही उनके सुपोषण के लिए अभिभावकों को जानकारी दी जा रही है। नवाचार करते हुए रेडी-टू-ईट का हल्वा, केक एवं अन्य व्यंजन दिया जा रहे हैं। जिले में अभी पोषण पुनर्वास केन्द्र 61 कुपोषित बच्चों को भर्ती किया गया है। जिनमें पोषण पुनर्वास केन्द्र राजनांदगांव में 8, पोषण पुनर्वास केन्द्र डोंगरगढ़ में 21, पोषण पुनर्वास केन्द्र मानपुर में 3, पोषण पुनर्वास केन्द्र मोहला में 4, पोषण पुनर्वास केन्द्र गंडई में 13 एवं सिविल हॉस्पिटल खैरागढ़ में 12 कुपोषित बच्चों को भर्ती किया गया है।