रायपुर-
प्रदेश के दो आयुर्वेदिक महाविद्यालयों के चिकित्सालय, पांच जिला आयुर्वेदिक चिकित्सालय, 22 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, 15 जिला अस्पतालों में संचालित आयुष विंग और 4 पॉलीक्लिनिक इस तरह कुल 48 आयुर्वेदिक केंद्रों में आज सियान जतन क्लिनिक का आयोजन किया गया। इन क्लिनिकों में 60 वर्ष से अधिक आयु के 2 हजार 129 बुजुर्गों का निःशुल्क इलाज किया गया। इन सभी केंद्रों में हर महीने के पहले गुरूवार को सियान जतन क्लिनिक लगाया जा रहा है।
आयुष संचालनालय के सहायक संचालक डॉ. विजय साहू ने बताया कि आज रायपुर आयुर्वेदिक कॉलेज चिकित्सालय में आयोजित सियान जतन क्लिनिक में 136 और बिलासपुर के आयुर्वेदिक कॉलेज अस्पताल में 68 बुजुर्गों का उपचार किया गया। दुर्ग जिला आयुर्वेदिक चिकित्सालय में 60, रायगढ़ जिला आयुर्वेदिक चिकित्सालय में 65, बालोद जिला आयुर्वेदिक चिकित्सालय में 90, सरगुजा जिला आयुर्वेदिक चिकित्सालय में 74 और बस्तर जिला आयुर्वेदिक चिकित्सालय में 60 वर्ष से अधिक उम्र के 41 मरीजों का इलाज किया गया। वहीं रायपुर, रायगढ़, बालोद, बिलासपुर, मुंगेली, जांजगीर, कोरबा, धमतरी, महासमुंद, राजनांदगांव, कबीरधाम, सूरजपुर, कोरिया, जशपुर और कांकेर जिले के 22 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में संचालित स्पेशलाइज्ड थेरेपी सेंटर्स में कुल 861, रायपुर, धमतरी, महासमुंद, दुर्ग, कोरबा ,जांजगीर, राजनांदगांव, कवर्धा, सरगुजा, कोरिया, रायगढ़, जशपुर, जगदलपुर, दंतेवाड़ा व कांकेर जिले के अस्पतालों में संचालित आयुष विंग में कुल 543 एवं पालीक्लिनिक नारायणपुर, बीजापुर, जशपुर, राजनांदगांव में कुल 191 बुजुर्गों को निःशुल्क उपचार उपलब्ध कराया गया।
डॉ. साहू ने बताया कि राज्य के वरिष्ठ नागरिकों की सेहत की देखभाल के लिए हर महीने के पहले गुरूवार को सियान जतन क्लीनिक का आयोजन किया जा रहा है। वृद्धावस्था में उत्पन्न होने वाले विभिन्न शारीरिक समस्याओं से पीड़ित वृद्धजनों को विशेष ओपीडी एवं पंचकर्म की सेवाएं राज्य के आयुर्वेदिक अस्पतालों में प्रदान की जाएंगी।