दुर्ग:- राज्य सरकार द्वारा किए गए आईपीएस तबादला आदेश के तहत प्रशांत अग्रवाल को दुर्ग जिले की जिम्मेदारी दी गई. जिले में नवपदस्थ पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने सोमवार करीब 12:00 बजे दुर्ग जिले का चार्ज लिया।कार्यभार ग्रहण करने के उपरान्त नवपदस्थ पुलिस अधीक्षक दुर्ग ने जिले के समस्त राजपत्रित अधिकारियों से परिचय प्राप्त कर उनके अधिनस्थ थाना-चौकियों की जानकारी लेते हुए क्षेत्र की गतिविधियों की भी जानकारी प्राप्त की।
श्री प्रशान्त अग्रवाल इसके पूर्व पुलिस अधीक्षक बिलासपुर के पद पर अपनी सेवाएं दे रहे थे। प्रशांत अग्रवाल मूलतः भारतीय पुलिस सेवा के वर्ष *2008 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। इसके पूर्व वे कोंडागाँव, बीजापुर और बलौदाबाजार, राजनांदगांव* जिले में पुलिस अधीक्षक के तौर पर पदस्थ रहें हैं। दुर्ग जिला क्योंकि वीवीआइपी जिला होने के कारण युवा और प्रभावी व्यक्तिव के आईपीएस प्रशांत अग्रवाल को सूबे की मुखिया भूपेश बघेल व डीजीपी डीएम अवस्थी ने दुर्ग जिले की कमान प्रशांत अग्रवाल को सौंपी है पदग्रहण के पश्चात कोविड 19 के दिशा निर्देशों का ध्यान में रखते हुए जिले के समस्त राजपत्रित अधिकारीगणों एवं थाना प्रभारियों का बैठक लेकर समीक्षा कर आवश्यक दिशा-निर्देश एवं मार्गदर्शन दिये l
पुलिस अधीक्षक द्वारा जिले की पुलिस ईकाई की संरचना की जानकारी लेकर चर्चा की गई। पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा सभी अधिकारियों/कर्मचारियों को
– बेसिक पुलिसिंग को इम्प्रूव करने पर फ़ोकस
– क्राइम प्रिवेन्शन पर ज़ोर
– थाना प्रभारी जुआ सट्टा नशे के अवैध कारोबार जैसी सामाजिक बुराइयों और अवैध गतिविधियों पर लगाम लगाने, युवाओं को नशे और अपराध की तरफ़ से जाने से रोकने का हर सम्भव प्रयास करें
– ऐसी गतिविधियों में पुलिसवालों का इन्वॉल्व्मेंट बर्दाश्त नहीं होगा
– सभी पुलिस अधिकारी टीमवर्क की भावना से काम करें
– कामों में चुस्ती लाएँ. सक्रिय रहें. घटनाओं में स्लो रेस्पॉन्स वाले सुस्त अधिकारियों के लिए जगह नहीं.
– फ़रियादीयो कि साथ अच्छा व्यवहार हो, घटनाओं और कंप्लेंट्स में फ़र्स्ट रेस्पॉन्स इम्प्रूव करें।
– महिलाओं एवं बच्चों के विरुद्ध अपराधों में अपराधियों की तत्काल गिरफ्तारी सुनिश्चित करें, विवेचना पूर्ण कर चालान माननीय न्यायालय में पेश किए जाने हेतु निर्देशित किया गया।
– पुलिस के वर्क कल्चर इम्प्रूव करने और कार्यों में और प्रोफेशनलिज्म लाने का प्रयास रहेगा।
– ट्रैफ़िक की समस्या के सम्बंध में पूर्व के अधिकारियों ने भी इस विषय पर काम किया है, उनके अच्छे प्लान को आगे बढ़ाएँगे, और समस्याओं का रिव्यू करते हुए सभी स्टोकहोल्डर से मिलकर ट्रैफ़िक को स्मूथ रखने का प्रयास करेंगे।
– माननीय मुख्यमंत्रीजी और माननीय गृहमंत्रीजी के द्वारा चिट फंड प्रकरणों में रक़म वापसी की प्रक्रिया के निर्देश दिए हैं, इन प्रकरणों की रेगुलर समीक्षा कर इस प्रक्रिया में और गति लायी जाएगी।
– पुलिस थानों और शाखाओं के कार्यों की समीक्षा की जाएगी. ज़िले की समस्याओं को समझ कर प्राथमिकताएँ तय की जाएँगी।
– चोरी, नक़ब्ज़नी, महिला सम्बन्धी अपराध, साइबर अपराध जैसे अपराधों में कमी लाने के लिए कम्युनिटी के साथ मिलकर काम करेंगे। इस दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, शहर श्री संजय ध्रुव, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण श्री अनंत कुमार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यातायात श्री कवीलाश टंडन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री विवेक शुक्ला, श्री आकाश राव गिरेपुंजे, सीएसपी छावनी श्री विश्वास चंद्राकर, सीएसपी भिलाई नगर श्री राकेश जोशी,उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय श्री अभिषेक झा, उप पुलिस अधीक्षक यातायात श्री गुरजीत सिंह, उप पुलिस अधीक्षक श्री निशांत पाठक सहित थाना प्रभारीगण उपस्थित रहे।
एसपी प्रशांत अग्रवाल ने कहा कि हमारी कोशिश रहेगी कि जनता के साथ पुलिस का व्यवहार सुधरे। लोग अपने आसपास हो रहे अपराध की सूचना बेझिझक पुलिस को दें ताकि अपराधियों को जल्द पकड़ा जा सके। एसपी अग्रवाल ले यह भी कहा कि जिले में बेसिग पुलिस को मजबूत करना पहली जरूरत है। आगे क्या करना है इसकी योजना बनाएंगे। जनता के बीच जाएंगे और उनसे भी सुझाव लेंगे ।
जुआ, सट्टा व नशे के कारोबारियों पर सख्ती
एसपी प्रशांत अग्रवाल ने कहा कि जिले में जुआ, सट्टा व नशे का कारोबार करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। नशा अपराध की जड़ है और अवैध नशे के कारोबारियों पर पुलिस का फोकस रहेगा। एसपी प्रशांत अग्रवाल ने ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि यातायात व्यवस्था सुधारना बड़ी चुनौती है। पहले हम देखेंगे क्या कमी है और उसके अनुसार रिव्यू लेंगे और व्यवस्था सुधार का प्रयास करेंगे। एसपी प्रशांत अग्रवाल ने बैठक के बाद मीडिया प्रतिनिधियों से भी रू-ब-रू हुए। इस दौरान उन्होंन मीडिया से विशेष अपील करते हुए कहा कि बेहतर पुलिसिंग के लिए मीडिया भी पुलिस का सहयोग करें।