नई दिल्ली । सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) का मुनाफा चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 506.03 करोड़ रुपए रहा। फंसे कर्ज में कमी से बैंक का लाभ बढ़ा है। इससे पूर्व वित्त वर्ष 2019-20 की इसी तिमाही में बैंक को 492.28 करोड़ रुपए का घाटा हुआ था। पीएनबी ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि बैंक की कुल आय आलोच्य तिमाही में बढ़कर 23,298.53 करोड़ रुपए रही जो एक साल पहले 2019-20 की तीसरी तिमाही मे 15,967.49 करोड़ रुपए था। एकीकृत आधार पर बैंक का लाभ 2020-21 की तीसरी तिमाही अक्टूबर-दिसंबर में 585.77 करोड़ रुपए रहा। इससे पूर्व वित्त वर्ष की इसी तिमाही में बैंक को 501.93 करोड़ रुपए का घाटा हुआ था। एकीकृत आय आलोच्य तिमाही में 23,639.41 करोड़ रुपए रही जो एक साल पहले 2019-20 की इसी तिमाही में 16,211.24 करोड़ रुपए थी। हालांकि पीएनबी ने कहा कि ताजा परिणाम की तुलना 2019-20 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही से नहीं की जा सकती क्योंकि उस समय के आंकड़े विलय के पूर्व के थे। एक अप्रैल, 2020 से पीएनबी में यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया और ओरिएंटल बैंक ऑफ कामर्स का विलय प्रभाव में आया। पीएनबी की संपत्ति गुणवत्ता बेहतर हुई है। बैंक का कुल फंसा कर्ज (एनपीए) दिसंबर, 2020 को समाप्त तिमाही में सकल कर्ज का 12.99 प्रतिशत रहा जो एक साल पहले इसी तिमाही में 16.30 प्रतिशत था।
पीएनबी को तीसरी तिमाही में 506 करोड़ का मुनाफा
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